नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईएएस अधिकारियों को उपलब्ध संसाधनों के बीच सुरक्षा मुहैया कराने का भरोसा दिया है। केजरीवाल ने एक ट्वीट कर अधिकारीयों से काम पर लौटने की अपील की।
ज्ञात रहे कि केजरीवाल और कैबिनेट के तीन मंत्री आईएएस अधिकारियों के हड़ताल पर चले जाने का आरोप लगाते हुए राजनिवास में छह दिन से धरना दे रहे हैं।
केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक ट्वीट में कहा , ‘मुझे बताया गया है कि आईएएस ऑफिसर्स असोसिएशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि मैं अपनी क्षमता और मौजूदा संसाधन के तहत उन्हें सुरक्षा सुनिश्चित करूंगा। यह मेरी जिम्मेदारी है। मैंने इससे पहले भी कई अधिकारियों को यह भरोसा दिलाया है जो निजी रूप से मुझसे मिलने आए थे। मैं आज इसे फिर दोहरा रहा हूं।’
केजरीवाल ने अधिकारियों से एक बार फिर हड़ताल खत्म करने की अपील करते हुए कहा, ‘ये अधिकारी मेरे परिवार का हिस्सा हैं। मैं उनसे अपील करना चाहूंगा कि वे चुनी हुई सरकार का बहिष्कार करना बंद करें और काम पर लौंटे और मंत्रियों की बैठकों में हिस्सा लें, मेरे फोन और मेसेज का जवाब दें और फील्ड इंस्पेक्शन में उनका साथ दें।’
केजरीवाल ने साथ ही उनसे बिना किसी डर और दबाव के काम करने की अपील की। केजरीवाल ने कहा, ‘उन्हें किसी भी स्रोत से किसी भी तरह के दबाव में नहीं आना चाहिए , चाहे वह राज्य सरकार हो या केंद्र या फिर कोई राजनीतिक पार्टी।’
ज्ञात रहे कि आईएएस अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि चीफ सेक्रटरी पर हमले के बाद से डर का माहौल है।
अफसरों ने कहा, ‘चीफ सेक्रटरी के साथ 19-20 फरवरी की दरम्यानी रात जो कुछ हुआ, उसके बाद से हम डरे हुए हैं…चीफ सेक्रटरी रात 12 बजे मीटिंग अटेंड करने गए थे…क्या वह कोऑपरेट नहीं कर रहे थे…ऐसा किसी भी अधिकारी के साथ हो सकता है…हम लंच ब्रेक के बाद 5 मिनट का मौन रखकर उस घटना का विरोध और चीफ सेक्रटरी के प्रति अपना समर्थन जताते हैं…ताकि हमें वह डरावना वाकया याद रहे…और इस विरोध को हम जारी रखेंगे।’