इंसाफ लिखना पत्रकार को पड़ा महंगा,पुलिस ने लिखा फ़र्ज़ी मुकदमा भेजा जेल,पत्रकारों में गुस्सा,कप्तान हटाओ जिला बचाओ के लगाए नारे

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पत्रकार प्रेस परिषद और श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने की निंदा मुख्यमंत्री को ट्वीट कर दी जानकारी

बाराबंकी। भ्रष्टाचार में डूबा प्रशासनिक तंत्र बेलगाम हो गया है और अपने उपर लगे इल्जाम का बदला लेने के लिए अपने अधिकारों के दुर्पयोग में निन्दीय कार्य तक को भी अंजाम देने से नहीं हिचकिचा रहा है। अखबार व पोटर्ल के संपादक ध्रुव गोस्वामी को कवरेज दौरान ही पहले तो घंटो कोतवाली में अभद्रता पूवक जबरन बैठाए रखा और बाद में शाम 4 के बाद उसका मेडिकल कराकर जेल रवाना कर दिया गया।पत्रकार प्रेस परिषद और श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के सयोंजक रिज़वान मुस्तफा ने इस घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री और डी जी पी को ट्वीट कर जानकारी दी हैं।

पत्रकारों के साथ बढ़ रहे अभद्रता के मामले को लेकर एक आकस्मिक बैठक पत्रकार परिषद के जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में आहूत हुई। जिसमें पत्रकारों ने अपने व्यक्तत्व दौरान बताया कि मौजूदा समय में भ्रष्टाचार का आलम और सुनवाई में प्रशासन किसी की सुनने को तैयार नहीं है। केवल कागजों पर ही सबकुछ ठीक ठाक दिखाने भर का प्रयास है। जबकि वास्तविकता में लोग अवैध कब्जों, भूमि खनन सहित तमाम अराकतत्वों से परेशान है जिनकों पुलिस प्रशासन सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों का सरंक्षण प्राप्त है।
इंसाफ द जजमेंट एवं वैशाली एक्सप्रेस साप्ताहिक अखबार के संपादक ध्रुव गोस्वामी व उनके भाई उदय गोस्वामी को सफेदाबाद मजरे खस्परिया के निवासी सुनील कुमार पुत्र रमेश चंद्र की शिकायत, जिसमें उसने अपनी बहन के साथ दुव्र्यवहार की खबर न्यूज चैनल पर चलाने व बाद में उसके साथ अपने भाई को लेकर लूटपाट करने का आरोपी बताया गया था, पर मुकदमा दर्ज कर उस समय हिरासत में ले लिया, जब न्यूज कवरेज करने के लिए कोतवाली शुक्रवार 16 मार्च को गया और उसे शाम तक जबरन बैठाए रखा। बाद में चार दरोगा दस सिपाहियों की कस्टडी में उसे कोर्ट ले जाया गया जहां से अपनी पैरवी न कर पाने के कारण स्वयं को निर्दोष बताते पत्रकार को जेल रवाना कर दिया गया।

जिसको बाद में आधार बना एक निरीह पत्रकार पर अपना गुस्सा निकालने भर के लिए उसे अनीति का सहारा लेते हुए जनपद पुलिस ने बिना जांच किए व बिना सफाई देने का समय दिए जेल भेेज दिया। जबकि आरोपी बनाए गए संपादक के उपर जिस लूट का मामला पुलिस ने गढ़ा वह प्राथमिक तौर पर ही कहानी प्रतीत हो रहा है
इस बात की जानकारी सामने आने पर मौजूद सभी पत्रकारों ने खुले शब्दों में इस कृत्य की निन्दा करते हुए इसे बदनुमा दाग बताया है। वहीं प्रेस परिषद के पदाधिकारियों ने बताया कि इसकी जानकारी शीर्ष नेतृत्व को भेज दी गई है। जिनसे निर्देशन मिलने के बाद ही यहां की रणनीति इस गंभीर प्रकरण को लेकर तय होगी।
बैठक में वरिष्ठ पत्रकार डाॅ वीरेंद्र सैनी, गंगा प्रसाद श्रीवास्तव, कमलेश चंद्र शर्मा, डाॅ ऐके श्रीवास्तव, अभिषेक श्रीवास्तव, इकरार अहमद, रमेश चंद्र शर्मा, अभिषेक मिश्रा, जयशंकर पाण्डेय, आलोक कुमार, मनोज कुमार विश्वकर्मा, धमेंद्र पाण्डेय, श्रीमति राम दुलारी पटेल, आसिफ खान, अजय वर्मा, सतीश शुक्ला, संजय वर्मा ‘‘पंकज’’, रविन्द्र, आफताब आलम, शिवा वर्मा, राहुल वर्मा, ओएन सरोज, लकी, प्रदीप कुमार पाठक सहित तमाम गणमान्य पत्रकार मौजूद रहे।

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