केएफए ब्रांड की ज्यादा’ वैल्यूएशन पर ग्रांट थॉर्नटन सीबीआई के घेरे में

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नई दिल्ली : विजय माल्या के किंगफिशर एयरलाइंस (केएफए) ब्रांड की अपनी वैल्यूएशन रिपोर्ट को लेकर टैक्स और एडवाइजरी मामलों की ग्लोबल फर्म ग्रांट थॉर्नटन सीबीआई जांच के घेरे में आ गई है। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से की गई एक शिकायत से जुड़े मामले में चार्जशीट फाइल करने जा रही सीबीआई की नजर ग्रांट थॉर्नटन की वैल्यूएशन पर पड़ गई है।

सरकार पैसे की हेराफेरी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर पूछताछ करने के लिए माल्या को ब्रिटेन से लाने की कोशिश कर रही है। बैंक दिवालिया हो चुकी एयरलाइन को दिए गए 9000 करोड़ रुपए से ज्यादा के लोन की रिकवरी करना चाहते हैं। नई दिल्ली (ईएमएस)। विजय माल्या के किंगफिशर एयरलाइंस (केएफए) ब्रांड की अपनी वैल्यूएशन रिपोर्ट को लेकर टैक्स और एडवाइजरी मामलों की ग्लोबल फर्म ग्रांट थॉर्नटन सीबीआई जांच के घेरे में आ गई है।

मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से की गई एक शिकायत से जुड़े मामले में चार्जशीट फाइल करने जा रही सीबीआई की नजर ग्रांट थॉर्नटन की वैल्यूएशन पर पड़ गई है। सरकार पैसे की हेराफेरी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर पूछताछ करने के लिए माल्या को ब्रिटेन से लाने की कोशिश कर रही है। बैंक दिवालिया हो चुकी एयरलाइन को दिए गए 9000 करोड़ रुपए से ज्यादा के लोन की रिकवरी करना चाहते हैं।

सूत्रों ने बताया कि किंगफिशर एयरलाइंस की वैल्यू बहुत ज्यादा बढ़ा चढ़ाकर 3406.30 करोड़ लगाने के लिए ग्रांट थॉर्नटन के टॉप अधिकारियों पर सीबीआई की नजर है। इस रिपोर्ट का हवाला माल्या ने तब दिया था, जब उन्होंने एसबीआई से लोन लेने के लिए कोलैटरल के रूप में केएफए की ब्रांड वैल्यू का इस्तेमाल किया था। वहीं ब्रांड फाइनेंस ने केएफए की वैल्यू 1911 करोड़ रुपए लगाई थी।

ग्रांट थॉर्नटन ने इस घटनाक्रम के संबंध में भेजे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। माल्या ने ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट के बजाय ग्रांट थॉर्नटन की रिपोर्ट का सहारा लेकर एसबीआई, आईडीबी आई और अन्य बैंकों से लोन लिया। उन्होंने कहा कि माल्या को अच्छी तरह पता था कि वैल्यूएशन बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई है।

एक व्यक्ति ने बताया कि किंगफिशर एयरलाइंस ने ग्रांट थॉर्नटन को केएफए की वित्तीय स्थिति और मुनाफे के अनुमानों के बारे में बढ़ा-चढ़ाकर आंकड़े दिए थे।’ उन्होंने बताया कि बैंकों को यह भरोसा दिलाया गया कि यह वैल्यूएशन ‘गहन जांच के बाद एक बाहरी स्वतंत्र विशेषज्ञ ने निकाली है।

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