सिंगापुर । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने मंगलवार को बैठक शुरु होने से पहले हाथ मिलाकर एक दूसरे का अभिवादन किया। इसके बाद उत्तर कोरियाई तानाशाह ने कहा कि सिंगापुर में मंगलवार को हो रही बैठक की राह में कई ‘‘रोड़े’’ थे। उन्होंने बताया, हमनें उन बाधाओं को पार किया और आज हम यहां हैं।
हाथ मिलाने के बाद दोनों नेता होटल के अंदर चले गए। स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजकर छह मिनट पर वे कमरे में गए जहां उन्होंने अकेले में मुलाकात की। इस बैठक के दौरान अनुवादक ट्रंप के बगल में बैठा था। इसके बाद ट्रंप ने कहा, आपका बहुत शुक्रिया। इस वार्ता को अमेरिका और उत्तर कोरिया की तरफ से सात-सात संवाददाता आधिकारिक रूप से कवर कर रहे हैं।
इस वार्ता के एजेंडे में उत्तर कोरिया की परमाणु क्षमताएं हैं। अमेरिका को उम्मीद है कि वह आर्थिक सहायता के बदले उत्तर कोरिया को इन्हें छोड़ने के लिए राजी कर लेगा। मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति और एक उत्तर कोरियाई नेता के बीच हो रही। यह पहली शिखर वार्ता ट्रंप और किम के बीच कभी बेहद तल्ख रहे रिश्तों को भी बदलने वाली साबित होगी। वार्ता की पूर्व संध्या पर अमेरिका ने पूर्ण, सत्यापित और अपरिवर्तनीय’’ परमाणु निरस्त्रीकरण के बदले उत्तर कोरिया को ‘विशिष्ट’ सुरक्षा गारंटी की पेशकश की थी।
व्हाइट हाउस ने इस बात की पुष्टि की है कि 71 वर्षीय राष्ट्रपति ट्रंप और 34 वर्षीय किम के बीच पहले बैठक होगी जिसमें सिर्फ अनुवादक मौजूद रहने वाले है। अमेरिका ने इस बात पर जोर दिया है कि उस कोरियाई प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। उत्तर कोरिया की आधिकारिक संवाद समिति ने रविवार को कहा था कि किम वार्ता के दौरान परमाणु निरस्त्रीकरण’ और स्थायी शांति के लिये बातचीत को तैयार हैं। ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि किम के पास इतिहास रचने का ‘एक मौका’ है।