नई दिल्ली । दिल्ली में जारी सियासी संकट के बीच सीएम अरविंद केजरीवाल बदले-बदले नजर आ रहे हैं। केजरीवाल का मानहानि केसों में माफी मांगने का सिलसिला जारी है। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के तीन दिन बाद केजरीवाल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से भी माफी मांग ली है।
केजरीवाल ने नितिन गडकरी को देश के सबसे भ्रष्ट लोगों की सूची में शामिल होने की बात कहीं थी। इससे नाराज गडकरी ने उन पर मानहानि का का केस दायर कर दिया था। केजरीवाल ने अपने माफीनामे में लिखा है- मेरी आपसे कोई निजी रंजिश नहीं है। पूर्व में दिए गए अपने बयान के लिए आपसे माफी चाहता हूं। केजरीवाल कहा है कि ‘हम सभी राजनीति में हैं और कभी मेरी किसी टिप्पणी से आपको दुख पहुंचा हो तो मैं माफी मांगता हूं।’ दोनों नेताओं ने आपसी सहमति से केस बंद करने के लिए कोर्ट में अर्जी दे दी है।
सच तो सच ही होता है
केजरीवाल के माफीनामे के बाद कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि आखिरकार सच तो सच ही होता है और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को इस बात का अहसास हो गया है कि उन्होंने जो मुझ पर आरोप लगाए थे, बेबुनियाद थे।
मानहानि का केस दायर
गौरतलब है कि 15 मई 2013 को कांस्टीट्यूशन क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केजरीवाल ने सिब्बल और उनके बेटे अमित सिब्बल पर निजी लाभ के लिए शक्तियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। उसके बाद अमित सिब्बल ने केजरीवाल और उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ मानहानि का केस दायर कर दिया था।
मनीष सिसोदिया बोले- हम माफी मांगेंगे
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी अपने खिलाफ दायर मानहानि केस में वकील अमित सिब्बल से माफी मांगी है। सिसोदिया ने कहा कि हमने जिनको भी आहत किया है उनसे माफी मांगते हैं। मनीष ने कहा, ‘जिनको हमने दुख पहुंचाया उनसे हम माफी मांगेंगे। हम यहां लोगों की मदद करने के लिए हैं, हमारे पास इतना समय नहीं है कि हम इन सभी मुद्दों को अदालत में पेश करें। हम यहां लोगों के लिए स्कूल और अस्पताल बनवाने के लिए हैं ताकि लोगों को सुविधा मिले।’
बिक्रम मजीठिया से माफी पर विवाद
बता दें कि इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के पूर्व मंत्री और अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से भी माफी मांगी थी। पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 के चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने मजीठिया पर ड्रग्स तस्करी में शामिल होने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। केजरीवाल ने पंजाब में ‘आप’ की सरकार बनने पर मजीठिया को सलाखों के पीछे भेजने तक की बात कही थी।
‘आप’ में बगावत के आसार
केजरीवाल के आरोपों पर मजीठिया ने उनके खिलाफ मानहानि का दावा किया था। जिसके बाद केजरीवाल ने लिखित में माफी मांगी। केजरीवाल के इस कदम के बाद पंजाब ‘आप’ के नेताओं में फूट भी पड़ गई है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि केजरीवाल की माफी से पंजाब में आम आदमी पार्टी के अस्तित्व पर संकट गहरा गया है।