नई दिल्ली । कूड़े की सियासत के बीच दिल्ली में एक बार फिर से स्मॉग ने वापसी कर ली है। बृहस्पतिवार सुबह 8 बजे तक स्मॉग की परत साफ दिखाई दी। लोगों को सांस लेने में परेशानी भी महसूस हुई। इस दौरान कुछ जगहों पर प्रदूषण का स्तर 8 गुणा से भी अधिक रहा।
सफर इंडिया ने दिल्लीवासियों के लिए एक बार फिर एडवाइजरी जारी कर दी है। इसके मुताबिक लोगों को लंबे समय तक बाहर नहीं रहना चाहिए। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार बृहस्पतिवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 290 रहा।
जबकि दिल्ली एनसीआर में गुरुग्राम 376, गाजियाबाद 365, फरीदाबाद और नोएडा 314 पर रहे। सफर के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 317 रहा है जो बेहद खराब की श्रेणी में है। इस समय दिल्ली को कड़े कदम उठाने की जरूरत है। सीपीसीबी, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और नगर निगम के नियंत्रण कक्ष में हर रोज पत्तों को जलाने की 50 से अधिक शिकायत आ रही हैं।
हवा की दिशा में बदलाव के साथ इस बार स्मॉग की वजह पत्तों और कूड़े का जलाना भी है। दिल्ली इस समय कूड़े के ढ़ेर पर है। सफाई कर्मियों की हड़ताल के साथ इस समय पेड़ों से झड़ रहे पत्ते सबसे बड़ी समस्या बने हुए हैं। ऐसे में जगह जगह इन पत्तों में आग देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से हवा की गति कम होते ही यह धुंआ दिल्ली को जहरीला बनाने लगा है। आने वाले दो दिनों तक हालात बदलने के आसार भी नहीं है।
पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने ग्रेप (्ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के तहत कूड़े में आग लगाने को प्रतिबंधित किया हुआ है। लेकिन इस समय कई क्षेत्रों में तो पार्क तक में आग लगाई जा रही है। अहम यह है कि पत्तों को पेड़ो के पास एकत्रित कर आग लगाई जा रही है। जिसकी वजह से प्रदूषण तो बढ़ ही रहा है, हरे भरे पेड़ भी सूख रहे हैं।
यदि पीएम 10 की बात करें तो बृहस्पतिवार को बवाना में यह 641 एमजीसीएम (माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर), नेहरू नगर में 431, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 510, विवेक विहार में 516, नरेला में 606, ओखला फेस-टू में 558, अशोक विहार में 812, द्वारका में 539, मंदिर मार्ग में 558, पंजाबी बाग में 528, आर के पुरम में 538 एमजीसीएम दर्ज हुआ। पीएम 2.5 का स्तर भी बवाना में 282, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 266, विवेक विहार में 345, नरेला में 290, अशोक विहार में 525, द्वारका में 377, मंदिर मार्ग में 381, पंजाबी बाग में 314, आर के पुरम में 353 रहा।
सीपीसीबी के पूर्व अपर निदेशक डॉ. डी साहा के अनुसार इस समय हवा की दिशा बदल रही है। अगले दो से तीन दिनों तक हवा की गति कम रहेगी। वहीं दूसरी तरह खुले में कूड़ा जलाने की घटनाएं काफी अधिक हो रही हैं। खासतौर पर पत्तों को जलाया जा रहा है जिससे दिल्ली की हवा जहरीली हो रही है।
वहीं स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी डॉ. महेश पलावत के अनुसार अगले दो दिनों तक दिल्ली में स्मॉग देखने को मिल सकता है। सुबह के समय लोग अधिक परेशानी महसूस करेंगे।