लखनऊ । उप्र में इस बार मानसूनी बारिष का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में जानलेवा बारिश के कारण हुए हादसों में पिछले 24 घंटों के दौरान 12 और लोगों की मौत हो गयी। वहीं मुष्किल यह है कि मौसम विभाग ने अभी एक सात दिनांे तक ऐसा मौसम बने रहने की अनुमान लगाया है।
बीती 28 जुलाई से हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। कई गांवों को ऐतिहात के तौर पर खाली करा लिया गया है। वहीं गोण्डा में घाघरा नदी के किनारे बनाया गया अस्थायी तटबंध शुक्रवार सुबह ढह गया। इससे आसपास के दर्जनों गांवों की करीब एक लाख की आबादी प्रभावित होने का खतरा पैदा हो गया है।
जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान गोण्डा, बांदा तथा कानपुर देहात में बारिश के कारण हुए हादसों में दो-दो लोगों तथा अम्बेडकर नगर, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मिर्जापुर, लखनऊ तथा आजमगढ़ में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गयी। सूबे में पिछली एक जुलाई से अब तक वर्षाजनित हादसों में 175 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 144 लोग जख्मी भी हुए हैं।
इस बीच, आंचलिक मौसम केन्द्र के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक अभी लगभग एक सप्ताह तक बारिश का सिलसिला नहीं थमेगा। हालांकि भारी वर्षा नहीं होगी, लेकिन हल्की बारिश और बूंदाबांदी जारी रहेगी। मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटांे के दौरान राज्य के पूर्वी भागों में ज्यादातर स्थानों पर जबकि पश्चिमी हिस्सों में कुछ जगहों पर बारिश हुई।
कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा भी हुई। इस दौरान मिर्जापुर, मुसाफिरखाना और चुर्क में 14-14 सेंटीमीटर, बहेड़ी तथा बरेली में 13-13, हैदरगढ़, ज्ञानपुर एवं रायबरेली में 12-12, लखनऊ, हंडिया, मुहम्मदाबाद और जौनपुर में 11-11, छतनाग और कुण्डा में आठ-आठ, फुरसतगंज, इलाहाबाद, ककरही और बरेली मंे सात-सात संेटीमीटर बारिश दर्ज की गयी।