फर्जी वेबसाइट बना कर लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दिल्ली के तीन अभियुक्त हुए गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश दिल्ली-एनसीआर प्रदेश बहराइच

शादाब हुसैन

बहराइच ।जिले के थाना रुपईडिहा मे 25 लाख रुपये का लोन दिलाने के नाम पर 479000/-रुपये लिए जाने की शिकायत प्राप्त होने पर थाना रुपईडिहा में अभियोग संख्या 22/20 धारा 419/420 वादी संतोष कुमार निवासी रुपईडिहा द्वारा मुकदमा दर्ज कराए जाने पर पुलिस अधीक्षक डा0 विपिन कुमार मिश्रा द्वारा इस प्रकरण को शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया था।
बताया जाता है कि प्रभारी निरीक्षक साइबर सेल श्री निखिल श्रीवास्तव व साइबर टीम के वर्क आउट व निर्देशन में 3 अभियुक्तों
शशि जोशी, कमलेश गुप्ता व सुमित शर्मा को अभिरक्षा में लिया गया है ।
अभियोग पंजीकरण के पश्चात जांच से ज्ञात हुआ कि टाटा कैपिटल नाम से फर्जी वेबसाइट बना कर इन अभियुक्तगणों ने देहरादून तथा पौढ़ी जिले के कुछ लोगों के खाते के माध्यम से पैसे ठगे थे तदुपरांत साइबर सेल व थाना रुपईडिहा की संयुक्त टीम देहरादून पहुंची जहां खाता धारकों से पूछताछ से नई दिल्ली स्थित तीन संदिग्धों के नाम प्रकाश में आये।इसके पश्चात साइबर तथा रुपईडीहा पुलिस टीम शिवविहार, नांगलोई व नयी दिल्ली पहुंची जहां यह संदिग्ध लोग संबंधित उपकरणों सहित उपस्थित मिले।इन संदिग्धों के पास से टाटा कैपिटल से सम्बन्धित पोस्टर/ अभिलेख, फर्जी कम्पनी स्मार्ट एन्ड टेक्नोलाजी सर्विसेज प्रा0 लि0 से सम्बन्धित अभिलेख,1खाली सिम,12 विभिन्न कम्पनियों के सिम,5 मोबाइल,2 लैपटॉप, 13 विभिन्न बैंकों के ATM कार्ड तथा पहचान-पत्र बरामद हुए।इन संदिग्ध व्यक्तियो को पूछताछ हेतु थाना रुपईडिहा लाया गया।जहां गहन पूछताछ के दौरान अपराध स्वीकारने पर विधिनुरुप अभिरक्षा में लिया गया।
पूछताछ मे इन अभियुक्तो
ने बताया कि प्रथम चरण में फर्जी वेबसाइट बनाते थे जिस पर लोन प्रदान करने संबंधी सूचनाएं होती हैं साथ ही न्यूज पेपरों में इन फर्जी वेबसाइटों के विज्ञापन भी प्रसारित करवाते थे।इन पर अभियुक्तों के मोबाइल नम्बर पड़े होते थे जिस पर आम लोग फोन करते थे।
दूसरे चरण में ये लोग कुछ अन्य लोगों के खाता नम्बर/ATM कार्ड/नेटबैंकिंग के पासवर्ड उन्हे प्रति खाते 9000/-रुपये किराये के रुप में देकर हस्तगत कर लेते थे,इन खातों में अपने मोबाइल नम्बर अपडेट कर इनसे सभी ठगी के कार्य यथा लोन/बीमा/प्रोसेसिंग फीस/कमीशन आदि के नाम पर पैसे ट्रांसफर करवा कर ठगी करते थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *