मास्को । रूस में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप 2018 में स्वीडन की टीम ने अपने अभियान का आगाज जीत के साथ किया है। सोमवार को ग्रुप एफ के रोमांचक मुकाबले में स्वीडन ने दक्षिण कोरिया को 1-0 से पराजित किया। हालांकि पहला हाफ गोल रहित बराबरी पर रहा था। दूसरे हाफ में कोरियाई खिलाड़ी के खतरनाक टैकल के कारण रेफरी ने स्वीडन को पेनल्टी किक दी। टीम के कप्तान आंद्रियास ग्रैनक्विस्ट ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। उन्हें मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
कोरिया की ओर से हुए फाउल के कारण स्वीडन को मैच शुरू होने के दूसरे ही मिनट में फ्री-किक मिला लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी। चौथे मिनट में कोरिया के हृवांग ने हमला बोला लेकिन स्वीडिश रक्षापंक्ति ने खतरा टाल दिया। 12वें मिनट में गलत तरीके से टैकल करने के लिए कोरिया के किम को येलो कॉर्ड दिखाया गया।
खेल के 17वें मिनट में स्वीडन ने आंद्रियास ग्रैंसक्विस्ट और मार्कस बर्ग की अगुवाई जोरदार आक्रमण किया लेकिन कोरियाई गोलकीपर ने शानदार बचाव करते हुए स्वीडन को निराश कर दिया। कोरिया ने पहले हाफ में ही बदलाव करते हुए घायल पार्क जोहो की जगह लेफ्ट बैक किम मिनवू को मैदान पर उतारा। 34वें मिनट में कोरिया के सोन ने दाएं छोर से अच्छा हमला बोला लेकिन स्वीडिश डिफेंस ने इसे विफल कर दिया।
दूसरे हाफ में काफी समय तक संघर्ष करने के बाद स्वीडन के डिफेंस को भेदते हुए गोल पोस्ट के करीब पहुंचे कू जा चियोल ने 51वें मिनट में हैडर से गेंद को निशाने तक पहुंचाने का जोर लगाया, लेकिन वह नेट के बाहरी हिस्से से टकरा गई। स्वीडन को 56वें मिनट में फ्री-किक मिली, सेबेस्टियन लार्सेन ने शानदार किक मारकर इसे पास किया और बर्ग ने इसे गोलपोस्ट पर मारा, लेकिन दक्षिण कोरिया के गोलकीपर चो ने खतरा टाल दिया।
विक्टर क्लासेन 63वें मिनट में फुटबाल पर किक मारने की कोशिश में थे, जब दक्षिण कोरिया के किम ने फुटबॉल की पहुंच से दूर होने के बावजूद गलत तरीके से क्लासेन को रोकने की कोशिश की। इस पर स्वीडन ने पेनल्टी की मांग की।
रिव्यू के बाद स्वीडन को पेनाल्टी पर गोल करने का अवसर मिला और कप्तान ग्रैनक्विस्ट ने शानदार शॉट मारकर स्वीडन का खाता खोला। ग्रैंक्विस्ट 2002 में हेनरिक लार्सेन के बाद विश्व कप में पेनाल्टी पर गोल करने वाले पहले स्वीडिश खिलाड़ी हैं। निर्धारित समय के समाप्त होने के बाद चार मिनट के अतिरिक्त समय में भी दक्षिण कोरिया गोल करने में असफल रही।