मुंबई । महाराष्ट्र सरकार ने विधानसभा में अरब सागर में बनने वाली छत्रपति शिवाजी मेमोरियल की प्रतिमा का कद घटाने की खबर का खंडन किया है। सरकार ने हंगामे के बीच कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना की लागत को कम करने के लिए प्रतिमा की ऊंचाई घटाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
इससे पहले मीडिया में एक आरटीआई के हवाले से खबर दी गई थी कि नई डिजाइन में सरकार ने वीर मराठा महाराजा शिवाजी की विशालकाय प्रतिमा के कद में 7.5 मीटर की कटौती की जाएगी। हालांकि प्रतिमा के नए डिजाइन में अब शिवाजी की तलवार पहले की अपेक्षा अधिक बड़ी होगी।
सरकार ने विधानसभा में डिजाइन में बदलाव की बात स्वीकारते हुए कहा कि इन बदलावों से शिवाजी की प्रतिमा के कुल कद में कोई कमी नहीं आएगी। यह प्रतिमा पूर्व निर्धारित ऊंचाई 121.2 मीटर की ही रहेगी।
सरकार ने सदन में बताया है कि प्रतिमा के आधार से लेकर पूरे ढांचे की ऊंचाई 212 मीटर ही रहेगी।
लेकिन इस कद को कायम रखने के लिए शिवाजी की तलवार को और लंबा कर दिया जाएगा। यह तलवार अब 38 मीटर के बजाय 45.5 मीटर रहेगी। सरकार ने इस बात का भी खंडन किया की वह लगत में कटौती करने जा रही है। सरकार ने कहा कि इस पर जो भी लागत आएगी उसे सरकार वहां करेगी।
ज्ञात रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना का शिलान्यास दिसंबर 2016 में किया था। 2500 करोड़ रुपये की इस परियोजना का कांट्रैक्ट इसी साल मार्च में लार्सन एंड टूब्रो कंपनी को दिया गया है। महाराष्ट्र सरकार के अनुसार इस पूरी परियोजना (प्रथम और द्वितीय चरण) की कुल लागत 3600 करोड़ रुपये है।