नई दिल्ली । सोमवार को अगर नगर निगम को सीलिंग करने के लिए पर्याप्त पुलिस सुरक्षा बल मिला तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक, निगम को मॉनिटरिंग कमेटी से शरणार्थी कॉलोनियों में सीलिंग के निर्देश मिल चुके हैं। इसके बाद उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के तहत यह कार्रवाई सोमवार को की जा सकती है।
सूत्र कहते हैं कि निगम अधिकारी सीलिंग के दौरान अमर कॉलोनी की घटना को दोहराना नहीं चाहते हैं। ऐसे में निगम ने शांतिपूर्ण सीलिंग अभियान के टुकड़ों में सीलिंग करने का प्लान बनाया है। ताकि ज्यादा लोग एक जगह पर एकत्र न हो सके। इसलिए अमर कालोनी में पुलिस से जो गलतियां हुई उन्हें न दोहराने के साथ ही शांति पूर्वक सीलिंग की योजना है।
बता दें कि केंद्र सरकार के लैंड एंड डेवलपमेंट ऑफिस से दिल्ली की 45 शरणार्थी कॉलोनियों में अवैध निर्माण की गई संपत्तियों की जानकारी मॉनिटरिंग कमेटी को मिली थी। इस लिस्ट के आधार पर अब निगम को सीलिंग करनी है। क्योंकि इन कालोनियों में लोगों ने बड़ी मात्रा में अवैध निर्माण के साथ अवैध कब्जे सरकारी संपत्ति पर किए हुए हैं।
मालूम हो कि पिछले दिनों में अमर कालोनी में सीलिंग अभियान के दौरान दिल्ली पुलिस की नाकामी की वजह से काफी हंगामा हुआ था। पुलिस भीड़ को संभाल नहीं पाई थी।
खुदरा में एफडीआइ लाने के लिए हो रही सीलिंग: बृजेश गोयल
वहीं, आम आदमी पार्टी की ट्रेड विंग के संयोजक बृजेश गोयल व महासचिव विष्णु भार्गव ने जारी एक बयान में आरोप लगाया कि खुदरा में एफडीआइ लाने के लिए दिल्ली में सीलिंग हो रही है। नेताद्वय ने कहा कि लगभग तीन माह पहले ही केंद्र सरकार ने खुदरा में 100 फीसद एफडीआइ को अनुमति दी थी जिसके कारण विदेशी कंपनियां खुलकर भारत में अपने स्टोर खोल सकेंगी और यहां के बाजार को अपने कब्जे में कर लेंगी। एफडीआइ लागू करने के तत्काल बाद ही दिल्ली में सीलिंग की प्रक्रिया चालू हुई है और सीलिंग पर अब तक केंद्र खामोश है। इसलिए संदेह गहरा रहा है।