पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छता का संबंध पानी से भी है. बेतिया को पीने के साफ पानी के लिए जूझना न पड़े, इसके लिए अमृत योजना के तहत तकरीबन 100 करोड़ रुपये की लागत से वॉटर सप्लाई योजना का शिलान्यास किया गया है. इसका सीधा लाभ डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा. PM ने कहा कि घर या फैक्टरी के गंदे पानी को गंगा में जाने से रोकने के लिए बिहार में अब तक 3,000 करोड़ से ज्यादा के 11 प्रोजेक्टों की मंजूरी दी जा चुकी है. इस राशि से 1,100 किलोमीटर से भी लंबी सीवेज लाइन बिछाने की योजना है.
उन्होंने कहा कि गंगा तट के किनारे बने गांवों को प्राथमिकता के आधार पर खुले में शौच से मुक्त बनाया जा रहा है. गंगा किनारे बसे गांवों में कचरे के प्रबंधन की योजनाएं लागू की जा रही हैं, ताकि गांव का कचरा नदी में न बहाया जाए. जल्द ही गंगा तट पूरी तरह खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा.
बिहार में मधेपुरा के रेल इंजन कारखाने में बने देश के पहले 12,000 हॉर्सपावर (एचपी) के विद्युत-चलित रेल इंजन को हरी झंडी दिखाई. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कि इतिहास खुद को दोहराता नहीं, वे यहां आकर देख सकते हैं कि कैसे 100 वर्ष पहले का इतिहास, आज फिर साक्षात, हमारे सामने खड़ा है. चंपारण की इस पवित्र भूमि पर जनांदोलन की ऐसी ही तस्वीर 100 वर्ष पहले दुनिया ने देखी थी, और आज एक बार फिर देख रही है. PM ने कहा कि मेरे सामने जो स्वच्छाग्रही बैठे हैं, उनमें पूजनीय बापू का अंश मौजूद है, मैं इन स्वच्छाग्रहियों के भीतर उपस्थित बापू के अंश को नमन करता हूं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 100 वर्ष में भारत की तीन बड़ी कसौटियों के समय बिहार ने देश को रास्ता दिखाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबसे पहले, जब देश गुलामी की ज़ंजीरों में जकड़ा हुआ था, तब बिहार ने गांधी जी को ‘महात्मा’ बना दिया था, ‘बापू’ बना दिया था. फिर, स्वतंत्रता के बाद जब करोड़ों किसानों के सामने भूमिहीनता का संकट आया, तो विनोबा जी ने भूदान आंदोलन शुरू किया. तीसरी बार, जब देश के लोकतंत्र पर संकट आया, तो जयप्रकाश जी उठ खड़े हुए और लोकतंत्र को बचा लिया. उन्होंने कहा कि मुझे बहुत गर्व है कि ‘सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह’ तक की इस यात्रा में बिहार के लोगों ने एक बार फिर अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाई है.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी और सुशील मोदी जी के नेतृत्व में बिहार ने जो कार्य बीते दिनों करके दिखाया है, उसने सभी का हौसला बढ़ा दिया है. बिहार एकमात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50 फीसदी से कम था. लेकिन मुझे बताया गया है कि एक हफ्ते के स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस बैरियर को तोड़ दिया. पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8,50,000 से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है. यह गति और प्रगति कम नहीं है. मैं बिहार के लोगों को, प्रत्येक स्वच्छाग्रही को और राज्य सरकार को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया, उनमें मोतिहारी झील के जीर्णोद्धार का प्रोजेक्ट भी शामिल है. हमारा मोतिहारी शहर, जिस झील के नाम पर जाना जाता है, जो चंपारण के इतिहास का हिस्सा है, उसके पुनरुद्धार का कार्य आज से शुरू हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 100 वर्ष पूर्व चंपारण में देशभर से लोग आए थे, गांधी जी के नेतृत्व में गली-गली जाकर काम किया था. आज 100 वर्ष बाद उसी भावना पर चलते हुए, देश के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों ने, यहां के उत्साही नौजवान स्वच्छाग्रहियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है.
इससे पहले, बिहार की राजधानी पटना पहुंच PM नरेंद्र मोदी का राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किताब भेंटकर स्वागत किया था.
इस मौके पर PM ने कटिहार से नई दिल्ली के बीच सप्ताह में दो बार चलने वाली ‘हमसफर एक्सप्रेस’ ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. मोतिहारी-मुजफ्फरपुर रेल लाइन के विद्युतीकरण कार्य एवं मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण कार्य की शुरुआत की, तथा मधेपुरा लोकोमोटिव फैक्ट्री द्वारा भारत और फ्रांस के संयुक्त सहयोग से विकसित 12,000 अश्वशक्ति वाला इलेक्ट्रॉनिक लोकोमोटिव राष्ट्र को समर्पित किया. आपको बता दें कि लगभग 250 एकड़ क्षेत्र में फैले इस कारखाने की आधारशिला वर्ष 2007 में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रखी थी.
PM के कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे केंद्रीय मंत्री के साथ आरक्षण विरोधी समर्थकों ने की बदसलूकी
आरक्षण विरोधी मोर्चा समर्थकों ने केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की गाड़ी को रोक लिया और हाथापाई और गाली-गलौज की.
बिहार में आरक्षण विरोधी समर्थकों का हंगामा जारी है. प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को आरा, मुजफ्फरपुर, लखीसराय और गया में आगजनी और हंगामा किया. उधर, हाजीपुर में आरक्षण विरोधी समर्थकों ने केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा के साथ बदसलूकी की. घटना हाजीपुर के सुभई के निकट लोमा गांव की है. आरक्षण विरोधी मोर्चा समर्थकों ने केंद्रीय मंत्री की गाड़ी को रोक लिया और मंत्री के साथ हाथापाई की कोशिश करने के साथ गाली-गलौज भी की.
घटना मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठे बजे की है. कुशवाहा मोतिहारी में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. जानकारी के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा को आरक्षण समर्थक और जातिवादी बताकर अपमानित किया.
उधर, रालोसपा नेता राजेश यादव ने की इस घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि मंत्री को अपमानित करने वाले लोग सामंती- जातिवादी मानसिकता के शिकार हैं. रालोसपा आरक्षण के समर्थन और भागीदारी की लड़ाई लड़ती रहेगी. सामाजिक न्याय की राह पर चलने से रालोसपा को कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा कि इस घटना के कारण कुशवाहा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके.