नई दिल्ली : किडनी शरीर में खून की सफाई, हार्मोन बनाना, खनिजों का अवशोषण, मूत्र बनाना, टॉक्सिन्स निकालना और एसिड का संतुलन बनाने जैसे जरूरी काम करती है। अनजाने में हमारी कुछ आदतें ही किडनी को नुकसान पहुंचा देती हैं।
किडनी से जुड़ी समस्याओं के बारे में अक्सर शुरूआती स्थिति में पता नहीं चलता। जब रोग गंभीर हो जाता है, तभी हम इसके बारे में जान पाते हैं। किडनी शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। किडनी रक्त में मौजूद पानी और व्यर्थ पदार्थों को अलग करने का काम करती है।
इसके अलावा शरीर में रासायनिक पदार्थों का संतुलन, हॉर्मोन्स छोड़ना, रक्तचाप नियंत्रित करने में भी सहायता प्रदान करती है। बदलती लाइफस्टाइल व काम के बढ़ते दबाव के कारण लोग जंकफूड व फास्ट फूड का सेवन ज्यादा करने लगे हैं।
इसी वजह से लोगों की खाने की प्लेट से स्वस्थ व पौष्टिक आहार गायब होते जा रहें हैं। किडनी के रोगों को दूर करने के लिए कुछ प्राकृतिक उपायों की मदद लेना बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
हर साल किडनी की बीमारी के चलते लाखों लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं। अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी तब होती है जब बहुत देर हो चुकी होती है। दरअसल किडनी की बीमारी के लक्षण उस वक्त उभरकर सामने आते हैं, जब किडनी 60 से 65 प्रतिशत डैमेज हो चुकी होती है।
इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। इसलिए समय रहते इसके लक्षणों की पहचान किया जाना बहुत जरूरी होता है। किडनी शरीर का एक ऐसा अंग होता है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को छानकर यूरीन के माध्यम से शरीर से बाहर निकालता है।
लेकिन डायबिटीज जैसी बीमारियों, खराब जीवनशैली और कुछ दवाओं के कारण किडनी के ऊपर बुरा प्रभाव पड़ता है। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर किडनी फेल होने के सबसे बड़े कारण हैं।
डायबिटीज के 30 से 40 प्रतिशत मरीजों की किडनी खराब होती है। इनमें से 50 प्रतिशत मरीज ऐसे होते हैं, जिन्हें बहुत देर से इस बीमारी का पता चलता है और फिर उन्हें डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट करवाना पड़ता है।