मुंबई । सितारा अभिनेत्री श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर ने कहा कि मैं प्रतिदिन अपने बारे में पढ़ रही हूं। मेरे लिए इस समय यह सोचना बहुत आसान है कि मैं दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण इंसान हूं। अपनी उम्र से ज्यादा परिपक्व नजर आ रहीं जाह्न्वी ने कहा कि लेकिन मैं ऐसा नहीं होने दे रही हूं। यह सच है कि इस समय सभी की नजर दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर पर है। वे 20 जुलाई को रिलीज होने जा रही फिल्म ‘धड़क’ से बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं।
इसी साल की शुरुआत में श्रीदेवी का असमय निधन हो गया था। अभिनेत्री का कहना है कि उनकी इच्छा है कि वह बड़े पर्दे पर मधुबाला, मीना कुमारी और वहीदा रहमान जैसा जादू लाना चाहती हैं। जाह्नवी कपूर एक इंटरव्यू में कहा कि मैंने मधुबाला जी को ‘मुगल-ए-आजम’, ‘चलती का नाम गाड़ी’ और ‘मिस्टर एंड मिसेज 55’ में देखा है। मैंने खूबसूरत वहीदा जी को ‘गाइड’, ‘प्यासा’ और मीना कुमारी जी को ‘पाकीजा’, ‘साहब बीवी और गुलाम’ में देखा है। इन्हें देखकर मैं मंत्रमुग्ध हो जाती हूं।
उन्होंने कहा कि इसलिए मैं इन दिग्गजों के जादू को पर्दे पर (दोबारा) पैदा करना चाहती हूं। मैं जब भी ये फिल्में देखती हूं तो मैं प्रेरित होकर खुद से कहती हूं, ‘मुझे ये करना है। ये जादू, ये प्रदर्शन।’ समीक्षकों द्वारा सराही गई मराठी फिल्म ‘सैराट’ की रीमेक ‘धड़क’ से बॉलीवुड में पदार्पण कर रहीं जाह्न्वी मीडिया और दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई हैं। ‘धड़क’ का निर्माण करण जौहर की निर्माण कंपनी कर रही है। प्रसिद्धि के साथ मिलने वाले दवाब को वे पहले ही महसूस कर सकती हैं। लेकिन वे इसके जरिए इसकी अभ्यस्त हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि इन सब में मैं अपनी पहचान की समझ बचाने की कोशिश कर रही हूं, क्योंकि प्रसिद्धि के पागलपन में मानसिक संतुलन खोना बहुत आसान होता है। मुझ पर बहुत ध्यान दिया जा रहा है, लोग मेरे बारे में, मेरी तस्वीरों के बारे में बात कर रहे हैं, मैं अपने बारे में बहुत बातें कर रही हूं। मैं जानती हूं यह सब फिल्म के लिए हो रहा है और अगर मैं चाहती हूं
कि लोग मेरे बारे में बात करें तो मुझे हिट फिल्में देनी होंगी। नहीं तो सब गलत होगा। लोगों का ध्यान खींचने के लिए मैं कड़ी मेहनत कर रही हूं, मैं खुद को इस योग्य बनाने की कोशिश कर रही हूं, जिसके बारे में बात की जाए। अपनी मां के बहुत करीब रहीं जाह्न्वी का कहना है कि श्रीदेवी के स्टाइल को अपनाने की कोशिश न करने के बावजूद उनकी कुछ चीजें इनमें अनुवांशिक रूप से आ गई हैं।