देश का संविधान खतरे में, किसान घिरा गंभीर समस्या में

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भोपाल । लोक तांत्रिक जनता दल के शरद यादव ने कहा कि देश का संविधान खतरे में है। किसान समस्याओं से घिरा हुआ है। केन्द्र के अलावा राज्य सरकार भी कुछ नहीं कर पा रही हैं। शरद यादव राजधानी भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय लोक क्रांति सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे, उन्होंने आगे कहा कि आज देश में संविधान खतरे में है। लोक क्रांति सम्मेलन को अभियान के तहत चलाया जा रहा है।

अभियान के तहत वैकल्पिक राजनीति एवं विकास का राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि संविधान के साथ-साथ देश का किसान आज समस्याओं से जूझ रहा है। मध्यप्रदेश की सरकार ने भी किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया, साथ ही केन्द्र सरकार ने भी उसे उपेक्षित ही किया है। उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं

और मुख्यमंत्री शिवराज मौन साधे हुए हैं। सम्मेलन को संबोधित करते हुए संयोजक गोविंद यादव ने कहा कि आजादी के बाद से देश की जनता विदेशी आर्थिक शक्तियों और विदेशी नीतियों के तले दबी हुई हैं। आज देश के संवैधानिक लोकतंत्र पर संकट मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक क्रांति अभियान का लक्ष्य केवल देश की वर्तमान व्यवस्था को लेकर है। देश में केन्द्र सरकार ने जो भी बेरोजगारों के लिए योजनाएं बनाई उन योजनाओं से युवाओं को रोजगार नहीं मिला।

शरद यादव के नेतृत्व में प्रदेश के आधा दर्जन छोटे और क्षेत्रीय दलों के साथ तीसरा मोर्चा बनाने की रणनीति बनाई गई। यादव बीती रात को भी भोपाल आ गए थे। उन्होंने इस दौरान अलग-अलग दलों के नेताओं से मुलाकात भी की। मुलाकात के बाद आज सम्मेलन में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष मनमोहन शाह बट्टी, बहुजन संघर्ष दल के फूलसिंह बरैया, माकपा के बादल सरोज, भाकपा के अरविंद श्रीवास्तव, समानता दल के महेश कुशवाह,

लोकतांत्रिक जनता दल की महासचिव प्रोफेसर सुशीला मोराले और समाजवादी चिंतक विजय प्रताप उपस्थित थे।
दिग्विजयसिंह से मुलाकात : लोक क्रांति सम्मेलन में शामिल होने आए शरद यादव ने आज सुबह व्हीआईपी गेस्ट हाउस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह से भी मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई। इस चर्चा के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं।

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