तहलका टुडे टीम
बाराबंकी। आप पार्टी के फाउंडर में से एक रहे पूर्व प्रवक्ता अब सन्यास लेकर वकील बनने में लगे आशीष खेतान के शहर बाराबंकी में राज्यसभा सांसद संजय सिंह की आमद वो भी पंडित राजनाथ शर्मा के गांधी भवन में उस वक़्त चर्चा का विषय बन गयी जब बीजेपी पर चले ज़ुबानी तीर से कई कांग्रेसी टपक गये और आप में शामिल हो गये।
संजय सिंह ने पार्टी के सदस्यता अभियान में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा हाथरस की घटना के बाद गाजियाबाद का दलित समाज भाजपा सरकार की कारगुजारी से बेहद नाराज है। दलित समाज के लोगों का कहना है कि यदि हाथरस काण्ड में न्याय नहीं मिला तो हिन्दू धर्म त्याग देंगे। बेटी का दर्द माता-पिता के अलावा कोई नहीं समझ सकता। सूबे में भाजपा सरकार के आते ही बलात्कार, हत्या, अपहरण जैसे अपराधों पर खुली छूट मिल गई। भाजपा को सत्ता हटाने का यही कारण बनेंगे।
उन्होंने सर्वप्रथम महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्र्यापण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री सिंह ने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि आगामी पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी सूबे की सियासत में अपनी दस्तक करेगी। किसान, मजदूर, नवजवान, छात्र तेजी से आम आदमी पार्टी से जुड़ रहा है। पार्टी का संगठन गांव-गांव बनाइए, कार्यकर्ता तैयार करिए तभी दिल्ली की तरह उत्तर प्रदेश में भी परिवर्तन होगा।
श्री सिंह ने कहा कि मुझ पर योगी आदित्यनाथ ने 4 माह में 14 मुकदमें दर्ज कराया, पार्टी के दफ्तर पर ताला लगवाया। लेकिन जुर्म के खिलाफ आवाज को नहीं दबा सके। आज आम आदमी पार्टी ही जुर्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।
श्री सिंह ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने 200 यूनिट बिजली का बिल माफ कर दिया वहीं 400 यूनिट बिजली का बिल आधा कर दिया है। दो हजार लीटर पानी फ्री और वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन दो गुना दी जा रही है। यह सुविधा यदि उत्तर प्रदेश में चाहते हैं तो आम आदमी पार्टी की सरकार बनाइए। कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी छोड़कर आए मुन्नू लाल चौरसिया, शिवम चौरसिया सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह उपाध्यक्ष सर्वजीत सिंह, काजी इमरान लतीफ, महिला प्रदेश अध्यक्ष नीलाम यादव, दिनेश चंद्र गौतम, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पटेल, आशीष यादव, नावेद उस्मानी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जाति की नही जनता की सरकार चाहिए: पत्रकारों से मुखातिब हुए सांसद संजय सिंह
बाराबंकी। आदित्यनाथ की सरकार में बलात्कारियों व हत्यारों की जाति देखी जा रही है। लोकतंत्र के अन्दर कोई निर्वाचित मुख्यमंत्री अगर बलात्कारियों और हत्यारों की जाति देखकर न्याय करेगा तो समाज के साथ न्याय नही कर सकता है। सूबे के मुख्यमंत्री को 24 करोड़ लोगों के लिये काम करना चाहिये ना कि जाति विशेष के लिये काम करना चाहिये। सूबे में जाति की नही जनता की सरकार चाहिये। यह बात राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कही। उन्होने कहा कि हिन्दू धर्म को मानने वाले लोगों के लिये यह शर्म की बात है कि गाजियाबाद के 236 बाल्मीकि समाज के लोगों ने हाथरस घटना से दुखी होकर हिन्दू धर्म त्याग दिया। भाजपा की मानसिकता दलित विरोधी है। हाथरस में सरकार ने बलात्कारियों का साथ दिया। दलित समाज के सम्मान को पैरों से कुचलने का काम किया। आने वाले पांच साल दलितों के लिये कष्टकारी हो सकता है। क्योंकि भाजपा उन्हे पलायन करने पर मजबूर करेगी।