जर्मनी से MBA गोल्ड मेडलिस्ट, बाराबंकी मे मेडिकल स्टोर के खानदानी धन्धे को छोडकर आशीष खेतान पत्रकार बनकर बने थे नेता अब वकालत मे लगायेंगे दावं,केजरीवाल से बनाई दूरी,दिया आप से इस्तीफा,वकीलो मे हड़कम्प

Latest Article दिल्ली-एनसीआर देश प्रदेश बाराबंकी राजनीति लखनऊ

 

तहलका टुडे के लिये मरयम मुस्तफा की रिपोर्ट

maryammustafajournalist@gmail.com

नई दिल्ली,दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल को एक सप्ताह के भीतर लगातार दूसरा बड़ा झटका पत्रकारो से ही लगा हैं,AAP के वरिष्ठ नेता और पेशे से पत्रकार रहे बाराबंकी का सिताराआशीष खेतान ने भी पार्टी से दूरी बना ली है। आशीष खेतान ने पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को 15 अगस्त को लिखे ई-मेल से निजी कारणों का हवाला देते हुए ‘इस्तीफा’ भेजा है। वहीं, दूसरी ओर बताया जा रहा है कि केजरीवाल अभी उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं।

बाराबंकी के रहने वाले अशीष खेतान सेण्ट एन्थोनी स्कूल से तालीम हासिल कर लखनऊ विश्व विद्यालय से डिग्री कर जर्मनी चले गये वहा से MBA किया मेहनत ने इन्हे गोल्ड मेडलिस्ट दिला दिया ।
बाराबंकी मे पायनियर मेडिकल स्टोर के खानदानी धन्धे मे दिल नही लगा तो अशीष ने अपने दोस्त हिसाल बारी किदवई एडवोकेट से पत्रकारिता जगत मे अपना करियर बनाने की बात कही,
हिसाल अपने अजीज तेज़ तर्रार और इन्क़लाब पैदा करने वाली पत्रकारिता करने वाले जनसत्ता के वरिष्ट पत्रकार रिज़वान मुस्तफा के पास पहुचे,कहा अशीष पत्रकारिता करना चाहते हैं,
पहले तो रिज़वान मुस्तफा ने काफी समझाया की इसमे कुछ नही हैं अपना कैरियर कही और बनाये तो जायदा अच्छा हैं।
लेकिन अशीष की ख्वाहिश और मजबूत इरादो और शुरु के परफोर्मेन्स ने इंडियन एक्सप्रेस मे बाराबंकी के लिये लखनऊ के एडिटर राज सरन वर्मा जी से रिज़वान मुस्तफा जी ने बात करके अपनी देख रेख मे रख लिया।
पहली ही स्टोरी फर्जी मैरिज मजिस्ट्रेट की खबर पर अखबार को नोटिस हो गयी।
अशीष को हटाने का रिज़वान मुस्तफा के पास फरमान आ गया।रिज़वान मुस्तफा ने जब अपनी स्टाइल मे पूरी स्टोरी की तह्क़ीक की तो वो सच्ची निकली।जनसत्ता मे भी वो स्टोरी छप गयी।
अब नोटिस देने वाला फर्जी मजिस्ट्रेट परेशान हो गया उसने राब्ता कर रिज़वान मुस्तफा से बात करनी चाही रिज़वान मुस्तफा ने सीधे कहा नोटिस वापस लो तब आगे बात होगी नही आगे के एपिसोड जारी रहेंगे ।
ताव दिखा रहे फर्जी मजिस्ट्रेट मेहरोत्रा रिज़वान मुस्तफा के स्टाइल से घबरा गया फौरन एडिटर राजसरन वर्मा जी को नोटिस वापस लेने के साथ माफी मांगने लगा।
बाद मे अशीष की कलम की धार तेज़ होती गयी
लखनऊ मे इंडियन एक्सप्रेस मे कुछ रिपोर्टर की जगह खाली हुई तो अशीष ने रिज़वान मुस्तफा जी से अपनी इच्छा लखनऊ मे रिपोर्टिंग करने की जताई ,रिज़वान मुस्तफा ने राज सरन वर्मा जी से बात की कि अब अशीष हमारा साथ छोडकर आपकी शगिर्दी मे आना चाहते हैं।
उन्होने GM पंकज वर्मा से बात करने को कहा ,पंकज वर्मा जी ने रिज़वान मुस्तफा से कहा 2000 मे बाराबंकी से कैसे आकर करेगा लखनऊ मे रिपोर्टिंग ,रिज़वान मुस्तफा ने अशीष से बात की अशीष फौरन तयार हो गये 6 महिने मे लखनऊ के हिट रिपोर्टर मे हो गये।
उसके बाद हिंदुस्तान टाइम्स मे 6000 मे चले गये यहा की सनसनीखेज खबरो ने इनको 15000 पर तहलका मे पहुचा दिया,
अब जो इन्होने मोदी सरकार की गुजरात दंगो की रिपोर्टिंग कर जाहिरा शेख का जो खुलासा किया तो पूरे देश मे तहलका मच गया।
पुरे देश के हीरो बन चुके अशीष आज तक,टाइम्स ग्रुप से गुजरते हुए सियासत की गहरायी मे आप पह सांसद का चुनाव 2014 मे लडवा दिया।अशीष चुनाव तो हार गये लेकिन आप के प्रवक्ता बन कर अरविंद केजरीवाल के खास बन गये
इमानदारी ने हर चीज मे कंजूसी और शौक मे LLB कर बैठे अब वकील बन्ने के जज्बे ने आप से इस्तीफा भी दे दिया।

 

क्यों खफा हुए आशीष खेतान
बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले दिल्ली डायलॉग कमीशन के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले आशीष खेतान नई दिल्ली लोकसभा सीट से दोबारा चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि पार्टी किसी नए चेहरे को उतारना चाहती है। इसी वजह से आशीष खेतान ने आम आदमी पार्टी से दूरी बनाई है। इस इस्तीफों को एक दबाव के तौर पर भी देखा जा रहा है।

उधर, आशीष खेतान के करीबियों का कहना है कि वे कानून की उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं और इसी कारण उन्होंने इस्तीफा दिया है। यह भी बात सामने आ रही है कि वकालत करने के लिए ही उन्होंने दिल्ली डायलॉग कमीशन से इस्तीफा दिया था। केजरीवाल के हवाले से यह बात सामने आई है कि के चाहते हैं कि पढ़ाई करने के लिए आशीष खेतान पार्टी से छुट्टी ले लें और पढ़ाई पूरी होने के बाद वापस पार्टी के काम में जुट जाएं।

राहुल मेहरा की वजह से खड़ा हुआ बखेड़ा
AAP सूत्रों की मानें तो दिल्ली सरकार के वरिष्ठ वकील और पार्टी के वरिष्ठ नेता-प्रवक्ता राहुल मेहरा को आशीष खेतान के स्थान पर नई दिल्ली लोकसभा सीट से उतरने की चर्चा गरम है। इसे भी नाराजगी की एक वजह बताया जा रहा है। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट पर अशीष खेतान को 2.9 लाख वोट मिले थे और वे भाजपा की मीनाक्षी लेखी से 1.6 लाख वोट से हार गए थे, जबकि कांग्रेस के अजय माकन 1.82 लाख वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

आशीष खेतान और आशुतोष में एक चीज कॉमन
आशीष खेतान को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विश्वासपात्र माना जाता है। खेतान ने 2014 के लोकसभा चुनाव में AAP के ही टिकट पर नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ा था। यहां पर पता दें कि AAP के वरिष्ठ नेताओं में शुमार आशुतोष के इस्तीफे का खुलासा भी 15 अगस्त को ही हुआ था और आशीष खेतान के भी 15 अगस्त को ही इस्तीफा देने के बात कही जा रही है।

आशीष खेतान डीडीसी के उपाध्यक्ष पद से भी दे चुके हैं इस्तीफा
यहां पर बता दें कि इसी साल अप्रैल महीने में उपराज्यपाल द्वारा 9 सलाहकारों की नियुक्ति रद किए जाने के बीच आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान ने दिल्ली डायलॉग कमीशन (डीडीसी) के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे की जानकारी खेतान ने ट्विटर पर दी थी। उन्होंने लिखा था कि मैंने डीडीसी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है जो 16 अप्रैल से प्रभावी है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मैं कानूनी पेशे से जुड़ रहा हूं और दिल्ली बार में पंजीकरण करा रहा हूं, जिसकी वजह से डीडीसी से इस्तीफा देना आवश्यक है। बार काउंसिल के नियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति वकालत करते समय निजी या सरकारी नौकरी नहीं कर सकता है।

गौरतलब है कि पत्रकारिता छोड़कर राजनीति में आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी आशुतोष भी AAP से इस्तीफा दे चुके हैं, हालांकि उनका भी इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। उन्होंने कुछ महीने पहले ही आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था, लेकिन केजरीवाल ने अभी तक इसे मंजूर नहीं किया है। आशुतोष का इस्तीफा जैसे ही मीडिया की सुर्खियां बना तो सीएम केजरीवाल ने तत्काल ट्वीट कर कहा था- ‘हम आपका इस्तीफा कैसे स्वीकार कर लें? ना इस जन्म में तो नहीं।’

केजरीवाल ने एक और भावुक अपील करके आशुतोष से AAP नहीं छोड़ने की अपील की है। अपने ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा- ‘सर, हम सब आपको बहुत प्यार करते हैं।’ इसके साथ ही केजरीवाल ने एक पुरानी फोटो भी लगाई है, जिसमें वे आशुतोष के साथ गले मिलते नजर आ रहे हैं।

इससे पहले इस्तीफे के बाबत आशुतोष मीडिया के सामने भी आए। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा था कि AAP के साथ मेरी यात्रा खत्म हुई। मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मैंने पार्लियामेंट अफेयर्स कमेटी (PAC) से गुजारिश की है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार किया जाए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *