नई दिल्ली। फ्यूल की ऊंची कीमतों और रुपए में आई कमजोरी के चलते महंगाई के मोर्चे पर मोदी सरकार को फिर झटका लगा है। मई में रिटेल महंगाई दर (सीपीआई) 4.87 फीसदी के साथ 4 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, जबकि पिछले महीने यानी अप्रैल में यह आंकड़ा 4.58 फीसदी रहा था।
मंगलवार को सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मई में खाने-पीने की चीजों की महंगाई बढ़ी है। मई में खाद्य महंगाई दर 2.80 फीसदी से बढ़कर 3.1 फीसदी रही जबकि ईंधन और बिजली का महंगाई दर 5.24 फीसदी से बढ़कर 5.80 फीसदी रही है। इसके विपरीत इसी अवधि में हाउसिंग की मंहगाई दर 8.50 फीसदी से घटकर 8.40 फीसदी हो गई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार मई में अनाज की महंगाई दर 2.56 फीसदी से बढ़कर 2.78 फीसदी हो गई वहीं सब्जियों की महंगाई दर मार्च के 7.29 फीसदी से बढ़कर 8.04 फीसदी रही है। जबकि मई में कपड़ो और जूतों की महंगाई दर 5.11 फीसदी से बढ़कर 5.57 फीसदी हो गई है वहीं दालों की महंगाई दर मई के -12.35 फीसदी के मुकाबले -11.57 फीसदी रही है।