अरे ये क्या बीजेपी के मुख्तार ने कांग्रेस को बताया ज़ुल्म करने वाली हिस्ट्रीशीटर पार्टी,राहुल गांधी की बोलती अब क्यों हो गयी बंद

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लखनऊ -केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को काग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तानाशाही, सामंती सोच और बर्बरता लोगों को काग्रेस की मानसिकता की याद दिलाती है। काग्रेस आज भी उसी मानसिकता में चल रही है। देश के लोगों के लिए जुल्म करने की हिस्ट्रीशीटर पार्टी काग्रेस है। दरअसल, मौका था राजधानी स्थित विश्वेश्वरैया सभागार में आयोजित लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान समारोह का। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, विधि मंत्री बृजेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाडेय मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।

समारोह में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देश में तीन बार आपातकाल लगा। 61, 71 में युद्ध के कारण तो तीसरी बार 1975 में इंदिरा गाधी ने इमरजेंसी लगाई। लोकतंत्र की सवैधानिक आत्मा का कत्ल किया गया। उस दौर के बारे में लोगों को जानना जरूरी है। आपातकाल अब पाठ्य पुस्तकों का हिस्सा बनना चाहिए। यह तानाशाही, सामंती सोच और बर्बरता लोगों को काग्रेस की मानसिकता की याद दिलाएगी।
काग्रेस आज भी उसी मानसिकता में चल रही है। जिन्होंने आपातकाल की बर्बरता को नहीं देखा है, उन्हें यह जानना होगा कि तानाशाही क्या होती है। बर्बरता क्या होती है, जुल्म क्या होता है। काग्रेस देश के लोगों के लिए जुल्म करने की हिस्ट्रीशीटर पार्टी है। लोकतंत्र सेनानियों के लिए सरकार और भी तोहफे देगी।

वहीं, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाडेय ने कहा कि मैं भी लोकतंत्र सेनानी हूं। राजनीतिक स्वार्थ में विचारों का ह्रास हुआ है, इस पर चिंता होनी चाहिए। संविधान ने जिन कारणों से आपातकाल की व्यवस्था की गई थी, उससे परे राजनीतिक स्वार्थ के लिए इमरजेंसी लगाई गई थी। जनता के बीच समीकरणों की बातें होती हैं। उस समय जनता के अत्याचार के खिलाफ बातें होती थीं। दुखद पक्ष है कि सत्ता पर कायम रखने की ललक ने राजनीति को नीचे गिराया। देश के लोक कल्याण के लिए मोदी युग में हम आगे बढ़ रहे हैं। इंदिरा गाधी के फैसले से न जाने कितने परिवार हुए बर्बाद :

इसी दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता लालजी टंडन ने कहा कि आपातकाल की परिस्थितियों का मैं गवाह रहा हूं। आजादी की लड़ाई में सबको पता था कि हमसभी को जेल जाना है, लेकिन इंदिरा गाधी के फैसले से न जाने कितने परिवार अनजाने में जेल भेजे गए और बर्बाद हो गए।

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