शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशभर के 47 शिक्षकों को कोरोना संक्रमण के चलते ये नेशनल टीचर्स अवॉर्ड- 2020 ऑनलाइन देकर किया सम्मानित, शिक्षा में प्रयोग के लिए यूपी के 3 और उत्तराखंड के 2 शिक्षकों को मिला सम्मान

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तहलका टुडे टीम

शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशभर के 47 शिक्षकों को सम्मानित किया. कोरोना संक्रमण के चलते ये अवॉर्ड ऑनलाइन दिए गए .इन शिक्षकों में उत्तर प्रदेश के 3 शिक्षक और उत्तराखंड के 2 शिक्षक शामिल हैं. यूपी से मोहम्मद इशरत, विकास कुमार और स्नेहिल पांडे को सम्मानित किया गया है. उत्तराखंड से डॉ. केवलानंद और सुधा पेनुली को सम्मान दिया. इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे. राष्ट्रपति ने शिक्षक दिवस के मौके पर कहा कि शिक्षकों का आदर करना भारतीय शिक्षा पद्धति का हिस्सा है. शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा कि शिक्षक की बदलाव की कुंजी हैं. उनकी दी हुई शिक्षा से ही देश का निर्माण और बदलाव हो सकता है.

उत्तर प्रदेश के 3 शिक्षकों को सम्मान

मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जारी हुई नेशनल अवार्ड टीचर्स के लिए जिले की स्नेहिल पांडेय को सम्मानित किया गया. वे नवाबगंज ब्लॉक के अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक स्कूल में प्रधान शिक्षक हैं.
सुल्तानगंज विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय रजवाना में कार्यरत प्रधानाध्यापक मोहम्मद इशरत अली पिछले कई साल से बच्चों को तकनीकी शिक्षा के साथ ही बच्चों को व्यवहारिक ज्ञान भी दे रहे हैं.उन्हें भी राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया. उन्हें यह पुरस्कार बेहतर शिक्षण कार्य के लिए मिला है.
सनातन धर्म इंटर कॉलेज, मीरापुर के प्रधानाचार्य विकास कुमार को भी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया. विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने, अटल लैब की स्थापना समेत कई सकारात्मक कार्य देखते हुए उनका चयन किया गया.

उत्तराखंड के 2 शिक्षकों को सम्मान

सुधा पेनुली जनजातीय कार्य मंत्रालय के तहत अपनी स्थापना के बाद से, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (EMRS) की पहली राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेता हैं. वे ईएमआरएस-कलसी, देहरादून, उत्तराखंड के उप-प्राचार्या के रूप में काम कर रही हैं. राजकीय हाईस्कूल पुड़कुनी के प्रधानाचार्य डॉ. केवलानंद कांडपाल का राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हुए. उनको यह पुरस्कार बालिका शिक्षा में विशेष योगदान और शिक्षा के विकास में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए दिया जा रहा है. वर्ष 2012 में डॉ. कांडपाल को शैलेश मटियानी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.

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