क्या ‘मोदी मुक्त भारत’ के लिए साथ आएगी कांग्रेस और राज ठाकरे की पार्टी मनसे?

मुंबई: अगर सब कुछ सही रहा तो लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में भी एक नये राजनीतिक समीकरण देखने को मिल सकते हैं. राज ठाकरे की पार्टी मनसे और कांग्रेस के बीच भविष्य में गठबंधन हो सकता है, जिसके संकेत राज ठाकरे और कांग्रेस के अशोक चव्हान के बयान से दिखने लगे हैं. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चह्वाण ने कहा है कि राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को पहले कुछ ‘विवादित’ मसलों पर अपना रूख स्पष्ट करना होगा, उसके बाद ही कांग्रेस मनसे के साथ किसी तरह के गठजोड़ पर विचार करेगी.

चह्वाण का यह बयान राज ठाकरे के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने 2019 में ‘मोदी मुक्त भारत’ के लिए विपक्षी एकता की वकालत की थी. जिसके बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने यह भी कहा कि राज ठाकरे के प्रस्ताव पर कांग्रेस में कोई चर्चा नहीं हुई है.

उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की स्थिति कुछ मसलों पर विवादित है.  पार्टी को गठबंधन से पहले इन मसलों पर अपना रुख साफ करना होगा.’ हालांकि, चह्वाण ने यह नहीं बताया कि वह किन मुद्दों को ‘विवादित’ कह रहे हैं.

बता दें कि मध्य मुंबई के शिवाजी पार्क में एक रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि देश नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के झूठे वादों से ऊब चुका है. हमें ‘मोदी मुक्त भारत’ बनाने के लिए भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार को सत्ता से हटाना होगा और इसके लिए सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए.

गौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी अथवा बीजेपी मुक्त भारत के लिए विपक्षी पार्टियों ने अभी से ही गठबंधन के प्रयास शुरू कर दिये हैं. जिस तरह से महाराष्ट्र में शिवसेना लगातार बीजेपी पर हमला बोल रही है, उससे भी यह साफ दिखने लगा है कि आगामी लोकसभा से पहले शिवसेना भी बीजेपी से अलग हो सकती है और कुछ नये राजनीतिक समीकरण वहां भी देखने को मिल सकते हैं.

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