रांची : उपराष्ट्रपति द्वारा कल बुधवार 27 सितम्बर को रांची में ‘‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’’ के तहत इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जायेगा। साथ ही श्रमदान के तहत सोख्ता गढ़ा निर्माण में भागीदारी दी जायेगी। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक घरों में पेयजल की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए स्वजल कार्यक्रम के तहत ‘‘ग्रामीण पाईप जलापूर्ति योजना’’ की ऑनलाईन आधार शिला रखी जायेगी।
इस योजना के में पूरे देश में 115 जिलों का चयन किया गया है, जिसमें झारखण्ड राज्य के सबसे अधिक 19 जिले शामिल हैं। इसके अतिरिक्त झारखण्ड राज्य के अंतर्गत एसबीएम ग्रामीण के तहत पूर्व के ओडीएफ घोषित 11 जिलों के अतिरिक्त अन्य 05 जिलों (खूँटी, धनबाद, बोकारो, साहेबगंज एवं पूर्वी सिंहभूम) सहित 50 प्रखण्डों एवं 1000 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ घोषित किया जाएगा।
वर्ष 2014 में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के प्रारंभ में झारखण्ड राज्य का स्वच्छता कवरेज लगभग 16.4 प्रतिशित थी वो आज बढ़कर लगभग 65 प्रतिशत हो गई है। वर्त्तमान में झारखण्ड राज्य में निर्मित शौचालयों की संख्या 32 लाख 61 हजार 843 पहुंच गयी है।
विदित हो कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 02 अक्टूबर, 2014 को पूरे देश में स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत की गयी । इसी के क्रम में 15 सितम्बर, 2018 से पूरे देश में ‘‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’’ शुरू किया गया।
आज झारखण्ड स्वच्छता अभियान में स्वयं सहायता समूहों (सखी मंडल) की महिलाओ को जोड़ कर न केवल राज्य में शौचालय निर्माण की गति एवं गुणवत्ता को सुनिश्चित किया गया बल्कि उन्हें रानीमिस्त्रियों के रूप में प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर एक सशक्त महिला के रूप में अपनी एक अगल पहचान दिलाने में अहम भूमिका अदा किया है।
स्वच्छता अभियान एक जन आंदोलन है जिसमें देश का जन-जन एवं आप सभी अपनी तरफ से योगदान दे रहे है। झारखण्ड राज्य द्वारा राज्य के लगभग सभी ग्राम पंचायतों, विद्यालयों एवं आगनबाड़ी केन्द्रों में प्रत्येक माह के 02 तारीख
एवं 19 तारीख को क्रमशः स्वच्छता सभा एवं स्वच्छता दिवस का नियमित आयोजन समाज के सभी वर्गो विशेष कर महिलाओं एवं बच्चों के बीच स्वच्छता के महत्त्व के बारे में जागरूक करने एवं उनके व्यवहार परिवर्त्तन कर एक स्वच्छ दैनिक आदत विकसित करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।