लखनऊ । राज्यसभा चुनाव में जनसंघ के उम्मीदवार महेश चंद्र शर्मा का पर्चा खारिज हो गया। आज नामांकन पत्रों की जांच के समय उनका पर्चा खारिज हुआ क्योंकि उनका कोई प्रस्तावक नहीं था। हर उम्मीदवार के लिए दस विधायकों का प्रस्ताव जरूरी होता है। अब चुनाव मैदान में भाजपा के 11, सपा की एक और बसपा के एक उम्मीदवार बचे हैं। गुरुवार को नामांकन वापसी है। नाम वापसी के बाद तय होगा कि चुनाव मैदान में कौन रहेंगे।
भाजपा ने यह साफ कर दिया है कि उसके नौ उम्मीदवार ही मैदान में रहेंगे। पर, उसके दो कौन उम्मीदवार नाम वापसी करेंगे, अभी संशय बना हुआ है। वैसे भाजपा के विद्यासागर सोनकर और सलिल विश्वनोई का नाम पार्टी ने अधिकृत रूप से घोषित नहीं किया था लेकिन रणनीतिक तौर पर अंतिम समय में पर्चा भरा दिया।
माना जा रहा है कि क्रॉस वोटिंग में समाजवादी पार्टी के कई विधायक नरेश अग्रवाल के इशारे पर भाजपा को वोट दे सकते हैं। इसके कारण अब भीमराव अंबेडकर की राह आसान नहीं दिख रही हैं। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की दस सीट के लिए 13 नामांकन हए थे। भाजपा की तरफ से 11, सपा के एक और बसपा के एक प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल किया था। उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधायकों की संख्या पर नजर डालें तो भाजपा के पास आठ सदस्यों को जीतने के वोट हैं। इसके साथ समाजवादी पार्टी जया बच्चन को आसानी से जिता सकती है।