अल्लाहुम्मा लब्बैक की सदाओं के बीच दिल्ली से हज यात्रियों के पहले जत्थे को बीजेपी के केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने किया रवाना ,गले लगाकर हाजीओ को किया रुखसत

Latest Article

दिल्ली, अल्लाहुम्मा लब्बैक की सदाओं के बीच देश की सलामती, सुरक्षा और समृद्धि की दुआओं के साथ आज सुबह केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हज 2018 के लिए दिल्ली से जाने वाले हज यात्रियों के पहले जत्थे को इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के हज टर्मिनल से रवाना किया।

श्री नकवी ने हज यात्रियों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर दिल्ली के राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत, हज कमेटी ऑफ़ इंडिया के चेयरमैन श्री चौधरी महबूब अली कैसर, दिल्ली हज कमेटी के चेयरमैन एवं विधायक श्री मोहम्मद इशराक खान, अल्पसंख्यक मंत्रालय के सचिव श्री अमेजिंग लुईखम, संयुक्त सचिव श्री जान-ए-आलम एवं समाज के सभी वर्ग के लोगों ने हाजियों को मुबारकबाद और विदाई दी।

आज दिल्ली से कुल 3 फ्लाइट में 1230 हज यात्री रवाना हो रहे हैं। दिल्ली से जाने वालों में जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के हज यात्री भी शामिल हैं। दिल्ली के अलावा आज गया से 450, गुवाहाटी से 269, लखनऊ से 900 और श्रीनगर से 1020 हज यात्री रवाना हो रहे हैं।

श्री नकवी ने कहा कि इस बार अल्पसंख्यक मंत्रालय ने सऊदी अरब हज कांसुलेट, हज कमिटी ऑफ़ इंडिया एवं अन्य सम्बंधित एजेंसियों के साथ मिल कर हज 2018 की तैयारियां समय से बहुत पहले ही पूरी कर ली थी ताकि हज यात्रा को सरल-सुगम बनाया जा सके।

श्री नकवी ने कहा कि हज 2018 नई हज नीति के अनुसार आयोजित हो रहा है। नई हज पालिसी से हज की संपूर्ण प्रक्रिया सरल और पारदर्शी हो गई है। इस नई पालिसी में हज यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है।

श्री नकवी ने कहा कि हज सब्सिडी खत्म किये जाने के बावजूद इस बार सरकारी व्यवस्था से जाने वाले भारतीय हज यात्रियों को हवाई यात्रा के लिए 57 करोड़ रूपए कम देना पड़ेगा। 2017 में 1 लाख 24 हजार 852 हाजियों के लिए 1030 करोड़ रूपए एयरलाइन्स कंपनियों को हवाई किराये के रूप में दिए गए थे जबकि 2018 में हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से जाने वाले 1 लाख 28 हजार 702 हाजियों के लिए 973 करोड रूपए दिए जायेंगे जो पिछले वर्ष के मुकाबले 57 करोड़ रूपए कम है।

श्री नकवी ने कहा कि हज सब्सिडी खत्म होने और सऊदी अरब में विभिन्न नए करों के बावजूद आजादी के बाद पहली बार सबसे ज्यादा भारतीय मुस्लिम 2018 में हज यात्रा कर रहे हैं। आजादी के बाद पहली बार भारत से रिकॉर्ड 1 लाख 75 हजार 25 मुसलमान हज 2018 के लिए जा रहे हैं। इस वर्ष हज पर जाने वालों में रिकॉर्ड 47 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं। भारत से पहली बार 1308 मुस्लिम महिलाएं बिना “मेहरम” (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जा रही हैं।

अहमदाबाद से 6700, औरंगाबाद से 350, बेंगलुरु से 5550, भोपाल से 254, कोचीन से 11700, चेन्नई से 4000, दिल्ली से 19000, गया से 5140, गोवा से 450, गुवाहाटी से 2950, हैदराबाद से 7600, जयपुर से 5500, कोलकाता से 11610, लखनऊ से 14500, मंगलौर से 430, मुंबई से 14200, नागपुर से 2800, रांची से 2100, श्रीनगर से 8950, वाराणसी से 3250 लोग इस वर्ष हर्ष पर जा रहे हैं, जो अब तक की रिकॉर्ड संख्या है।

17 जुलाई 2018 को कोलकाता से, 20 जुलाई को वाराणसी से, 21 जुलाई को मंगलोर से, 26 जुलाई को गोवा से, 29 जुलाई को औरंगाबाद, चेन्नई, मुंबई, नागपुर से, 30 जुलाई को रांची से, 01 अगस्त को अहमदाबाद, बंगलुरु, कोचीन, हैदराबाद, जयपुर से और 03 अगस्त को भोपाल से हज यात्री रवाना होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *