दरभंगा: बिहार के दरभंगा में शुक्रवार को हुई बीजेपी नेता के पिता की हत्या के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. पहले खबर थी कि बीजेपी नेता के पिता की हत्या मोदी चौक नाम रखने की वजह से हुई है, मगर अब इस बात का खंडन दरभंगा पुलिस अधीधक के बयान से हो गया है. दरभंगा पुलिस ने इस मामले की सच्चाई उजागर करते हुए कहा है कि यह मामला भूमि-विवाद का है. बता दें कि कल खबर ये चली थी कि मोदी चौक नाम रखने की वजह से ही कुछ लोगों ने बीजेपी नेता कमलदेव उर्फ भोला यादव के पिता रामचंद्र यादव की तलवार से हत्या कर दी गई थी. बता दें कि मृतक रामचंद्र के बेटे और भोला यादव के भाई तेज नारायण यादव पंचायत स्तर के नेता हैं.
दरभंगा पुलिस अधीक्षक की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ती में भी यह स्पष्ट हो चुका है कि मृतक के बेटे और बीजेपी नेता कमलदेव और तेज नारायण यादव का आरोपी कमलेश यादव के साथ पहले से ही घरारी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था और दिलीप पासी नाम के शख्स से उसकी पहले से ही दुश्मनी थी. पुलिस की यह विज्ञप्ती तेजनारायण यादव की पत्नी सुशीला देवी के बयान के आधार पर है.
रामचंद्र यादव की बहू और तेजनारायण यादव की पत्नी सुशील ने बयान में कहा कि इनके ससूर रामचंद्र यादव और देवर भोला यादव उर्फ कमलदेव यादव को दिलीप पासी और कमलेश यादव ने अपने आदमियों को भेजकर हमला करवाया और ससूर को मरवा दिया. इस विज्ञप्ती के अनुसार, अभियुक्त कमलेश यादव के साथ मृतक के परिवार का काफी समय से घरारी जमीन को लेकर झगड़ा चल रहा था और दिलीप पासी से पहले से ही दुश्मनी थी.
पुलिस के अनुसंधान के अनुसार, इस मामले में पुलिस ने दिलीप पासी, कमलदेव यादव और उसके भाई रामसेवक यादव को हिरासत में लिया है. पुलिस के अनुसंधान में घायल भोला यादव उर्फ कमलदेव यादव ने बयान दिया कि कमलेश यादव एवं उसके परिवार के साथ पहले से ही जमीन का विवाद चल रहा था और उन्हीं लोगों के द्वारा साजिश करके कुछ अज्ञात हमलावरों को भेजकर घटना कराई गई.
इससे पहले मीडिया और एजेंसियों में इस हत्या की वजह कुछ और बताई जा रही थी. मगर अब पुलिस के इस अनुसंधान से मामला पूरी तरह से स्पष्ट नजर आ रहा है. इतना ही नहीं, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी इस मामले की वजह को खारिज कर दिया और उन्होंने भी इसे भूमि विवाद का ही मामला बताया.