वोल्गोग्राद। इंग्लैंड की टीम यहां ट्यूनीशिया के खिलाफ होने वाले ग्रुप जी के शुरूआती मैच में जीत से शुरूआत करने उतरेगी। इसमें कोई शक नहीं कि कोच गेरेथ साउथगेट की इंग्लैंड टीम ट्यूनीशिया के खिलाफ मैच में पूरे तीन अंक हासिल करने की प्रबल दावेदार है पर उसे विपक्षी टीम से मिलने वाली चुनौती से भी सतर्क रहना होगा। साउथगेट की टीम पर कोई दबाव नहीं है लेकिन एक और बार ग्रुप चरण से बाहर होना उस टीम के लिये काफी निराशाजनक होगा जिसमें काफी युवा खिलाड़ी मौजूद हैं।
इंग्लैंड की शुरूआती एकादश में एशले यंग को लेफ्ट विंग बैक में डैनी रोज की जगह उतारा जा सकता है जबकि जोर्डन हेंडरसन के भी एरिक डिएर पर तरजीह दी जा सकती है। हैरी मैगुइरे शुरूआती एकादश में तीन सेंटर बैक में से एक होंगे जबकि जेसे लिंगार्ड , डेले अली और रहीम स्टरलिंग थ्री लायंस में कप्तान हैरी केन के पीछे हो सकते हैं। मार्कस रैशफोर्ड के घुटने की समस्या से फिट होने की उम्मीद है।
इंग्लैंड ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले दो मैत्री मैचों में नाइजीरिया और कोस्टा रिका को पराजित किया और जून 2017 में फ्रांस से मिली 2-3 की हार के बाद उसने एक भी मैच नहीं गंवाया है। टीम की तैयारियां अच्छी रही हैं जिससे उसके खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे दिख रहे हैं और टीम ट्यूनीशिया के खिलाफ जीत से मजबूत शुरूआत करना चाहेगी। उनके लेफ्ट बैक खिलाड़ी डैनी रोज ने टूर्नामेंट की पूर्व संध्या पर खुलासा किया कि वह तनाव से गुजर चुके हैं
वहीं 2006 के बाद अपने पहले विश्व कप में खेल रही ट्यूनीशिया को इंग्लैंड और बेल्जियम से इस ग्रुप में कड़ी चुनौती मिलेगी। ट्यूनीशिया कभी भी विश्व कप के ग्रुप चरण से बाहर नहीं रही लेकिन वह 2010 और 2014 के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकी। कोच नबिल मालोल की टीम तैयारियों के दौरान शानदार फार्म में दिख रही है , उसने मैत्री मैचों में पुर्तगाल और तुर्की से ड्रा खेला लेकिन उसे नौ जून को स्पेन से 0-1 से करीबी हार मिली। ट्यूनीशिया के कप्तान को अपने विंगर वाहबी खाजरी के इंग्लैंड के खिलाफ मैच से पहले फिट होने का भरोसा है।