तहलका टुडे टीम
प्रयागराज:उमेशपाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन मोड में है. आज सुबह-सुबह कौंधियारा थाना क्षेत्र में शूटर उस्मान चौधरी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. आरोप है कि उस्मान वहीं बदमाश था, जिसने उमेश को पहली गोली मारी. पुलिस ने इस शातिर बदमाश को गिरफ्तार करने के लिए ढाई लाख का इनाम भी घोषित किया था. इससे पहले उमेशपाल हत्याकांड में शामिल एक अन्य बदमाश को बीते 27 फरवरी को ही पुलिस ने मार गिराया था. मतलब कि पहले एनकाउंटर के आठ दिन बाद पुलिस ने दूसरे बदमाश को ढेर किया है.
यूपी एडीजी लॉ एंड ऑडर प्रशांत कुमार बताया कि मुठभेड़ प्रयागराज के कौंधियारा में हुई है। शासन और डीजीपी मुख्यालय से बताया गया था कि इस हत्याकांड में शामिल किसी भी आरोपी बख्शा नहीं जाएगा। सबको कानून के हवाले कराया जाएगा। इस जघन्य हत्याकांड को सभी ने देखा था। विजय के धर्म परिवर्तन को लेकर उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। साथ ही उन्होंने विजय चौधरी के उम्मान बनने पर एक माफिया की तरफ इशारा किया। माना जा रहा है कि ये माफिया अतीक अहमद है।
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि किसी भी हमलावर को बख्शा नहीं जाएगा। इस शातिर बदमाश ने पुलिसवालों पर भी फायर किया था। विजय चौधरी उर्फ उम्मान आज सुबह कौंधियारा क्षेत्र में मुठभेड़ में घायल हुआ। इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहां आरोपी की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि सबने देखा था कि कैसे जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया गया। हत्याकांड में शामिल प्रत्येक अपराधी को पुलिस कानून के हवाले करेगी। अब पुलिस विजय चौधरी की कुंडली खंगाल रही है कि वो कब और कैसे उम्मान बन गया।
वहीं, प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के डॉ. बद्री विशाल सिंह ने कहा है कि उस्मान को जब अस्पताल लाया गया था तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी. हमने उसका ECG और अन्य जांच कराकर हमने उसे मृत घोषित किया और उसके शरीर को शव गृह भेजा. उसको गोली लगी थी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की कुछ दिन पहले प्रयागराज में उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
अतीक अहमद अभी जेल में है बंद
राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया से नेता बना अतीक अहमद है, जो वर्तमान में गुजरात की एक जेल में बंद है. उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत के आधार पर अतीक, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज की गई है.
उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह
जया पाल ने आरोप लगाया कि उनके पति उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे. वर्ष 2006 में अतीक और उसके गुर्गों ने उनका अपहरण कर लिया था . साथ ही उन्हें अपने पक्ष में अदालत में बयान देने के लिए मजबूर किया था. उमेश ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी और मामला चल रहा था. गत 24 फरवरी को इसी मामले में सुनवाई हुई. इस सुनवाई को लेकर उमेश पाल, उनका भतीजा और दो सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह कोर्ट पहुंचे. जया पाल ने आरोप लगाया था कि जब वे घर लौट रहे थे तो उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मी की अतीक के गुर्गों ने बेरहमी से हत्या कर दी. (भाषा के इनपुट के साथ)