मेरठ । शनिवार को मेरठ में शुरू हो रही यूपी भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी में 2019 में यूपी फतह के लिए ’74 प्लस’ के संकल्प को पूरा करने की रणनीति तैयार होगी। अमित शाह बीजेपी वर्करों को चुनावी जीत का टास्क सौंपेंगे। यूपी में एक सितंबर से पांच माह के बड़े चुनावी अभियान का ऐलान भी इसमें होगा। ‘हर हाल में जीत-दस्तक जनता के बीच’ का नारा दिया जाएगा।
जिसकी शुरुआत 17 अगस्त से पहला चुनावी प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा से होगा। महागठबंधन की काट के लिए जातीय बंधन पर वार करने का प्लान तैयार करने पर मंथन होगा।
यूपी में फिर जीत के विश्वास और संकल्प के साथ 11 और 12 अगस्त को भाजपा के 68 सांसद, 324 विधायक, 92 जिला और महानगर अध्यक्ष और संगठन के पदाधिकारी यानी करीब एक हजार लोग मेरठ में सियासी पाठ पढ़ेंगे।
भाजपा के सूत्रों के मुताबिक छह सत्र में होने वाली इस कार्यसमिति में पूरी तरह 2019 विजय को लेकर ही फोकस रहेगा। भाजपा की कोशिश होगी कि वेस्ट यूपी की भूमि से 2014 और 2017 की तरह कामयाबी की हैटट्रिक लगाई जाए।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय वर्करों पहले से तय लक्ष्य 80 में से कम से कम 74 से ज्यादा सीट जीते का लक्ष्य सौंपेंगे। इस लक्ष्य को कैसे पूरा करना है इसका समयबद्ध प्रोग्राम बताएंगे।
भाजपा नेताओं की सबसे बड़ी चिंता विरोधी दलों के महागठबंधन को लेकर है। इससे पार पाने की रणनीति पर बड़ा मंथन होने की उम्मीद कार्यसमिति में जताई जा रही है। पार्टी रणनीतिकार गठबंधन को हाल में हुए उपचुनावों और 2014 में मिले वोट और बीजेपी को मिले वोट में काफी अंतर को लेकर परेशान हैं।
हाईकमान चाहता है कि भाजपा इस गठबंधन को चुनौती मानकर अवसर में बदले। मेहनत कर खुद मिलने वाले वोट का प्रतिशत 51 फीसदी करना होगा। यह कैसे किया जाए इस पर मंथन होगा। इसके लिए बूथ पर ईमानदार प्रयास करने होंगे। शाह बताएंगे कि 18 साल पूरे करने वाले युवाओं के वोट बनवाकर वोट देने के लिए काम करें।