नई दिल्ली : दिल्ली की राजनीतिक गलियारे में बिहार और तमिलनाडु के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस साल के अंत तक बिहार और तमिलनाडु विधानसभा भंग करके दोनों ही राज्य सरकारें समय पूर्व चुनाव कराने की रणनीति पर काम कर रही हैं।
लोकसभा के चुनाव मई 2019 में होना है। बिहार में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यू के बीच में रस्साकशी चल रही है। इसके साथ ही लोजापा और रालोसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की अंदरूनी कवायद राजनीतिक दलों में चल रही है।
इसी तरह तमिलनाडु में भी भारतीय जनता पार्टी डीएमके और कांग्रेस का खेल बिगाड़ने के लिए तीसरा मोर्चा तैयार करने की रणनीति पर काम कर रही हैं। अन्ना डीएमके के नेताओं को लग रहा है, कि अलग-अलग चुनाव होने पर डीएमके भारी पड़ सकती है। एक साथ चुनाव होने पर डीएमके को कड़ी टक्कर दी जा सकती है।
दिल्ली में जिस तरह से राजनीतिक हलचलें देखने को मिल रही हैं। उससे स्पष्ट है कि तमिलनाडु और बिहार में समय पूर्व चुनाव कराने के लिए विधानसभा भंग करके लोकसभा के साथ ही चुनाव कराने की रणनीति तैयार की जा रही है।