तब 92 था, अब 92 का हूँ

शबाहत हुसैन विजेता उस रोज़ सोमनाथ में बड़ा उत्साह था. रथ पर लगे झंडे मस्त हवा के साथ लहरा रहे थे. लोगों में जोश था. नारों से माहौल गूँज रहा था. बुज़ुर्ग सवार ने रथ पर चढ़ते हुए एलान किया कि वह अपने फैसलाकुन सफ़र पर निकल रहा है. मुगलों ने अयोध्या में जो सल्तनत […]

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