हाय अफसोस फरिश्ता नुमा बाराबंकी की मोआजिज़ शख्सियत सैयद तहजीब असकरी साहब नही रहे,मुंबई में इंतकाल,बाराबंकी कल आएगा जनाजा

?????????? पैकर-ए-इज्ज़-ओ-ख़ुलूस-ओ-सादगीतू है तहज़ीब-ओ-तमद्दुन का निखार तू ने यक-जिहती अता की क़ौम कोएकता का दान भारत को दिया सर हुआ ऊँचा हमारा हर जगहतू ने वो सम्मान भारत को दिया अपनी जिंदगी के 72 साल पूरे करने वाले हर दिल अजीज समाजसेवी इंसानियत की खिदमत में दिन रात गुजारने वाले मोहतरम तहजीब असकरी साहब 13साल […]

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