शादाब हुसैन
बहराइच -भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। उत्तर प्रदेश के बहराइच से सासंद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी छोड़ने के ऐलान पर सांसद सावित्री बाई ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि, बीजेपी समाज को बांटने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि, बीते दिन ही बहराइच से सासंद सावित्रीबाई फुले ने देश भर में चल रहे हनुमान जी की जाति के विवाद में कूदते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के दावे का समर्थन किया था। सांसद ने कहा था कि हनुमान जी दलित थे। हालांकि उन्होंने योगी के बयान से बढ़कर बोलते हुए कहा कि हनुमान जी मनुवादियों के गुलाम थे।
सावित्रीबाई फुले ने पिछले दिनों ही राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी को निशाने पर लिया था। बहराइच की सांसद ने राम मंदिर को देश के तीन प्रतिशत ब्राह्मणों के पैसे कमाने का जरिया बताया था। उन्होंने कहा था कि, भगवान राम में अगर शक्ति होती तो अयोध्या में राम मंदिर अब तक बन चुका होता।
सावित्रीबाई फुले ने पिछले दिनों ही राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी को निशाने पर लिया था। बहराइच की सांसद ने राम मंदिर को देश के तीन प्रतिशत ब्राह्मणों के पैसे कमाने का जरिया बताया था। उन्होंने कहा था कि, भगवान राम में अगर शक्ति होती तो अयोध्या में राम मंदिर अब तक बन चुका होता।
बहराइच से सांसद चुनी गईं सावित्री बाई फुले ने 2012 में बीजेपी के टिकट पर बलहा (सुरक्षित) सीट से चुनाव जीता था और 2014 में उन्हें सांसद का टिकट मिला और वह संसद पहुंचीं। वह बीजेपी की दलित महिला चेहरा थीं। छह साल की उम्र में उनकी शादी कर दी गई थी लेकिन उनकी विदाई नहीं हुई। इसके बाद बड़े होने पर उन्होंने संन्यास ले लिया।
जब बहराइच की सांसद सावित्रीबाई फुले से राम मंदिर के बारे में पूछा गया, जो काफी समय में सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, इस पर जवाब देते हुए फुले ने कहा कि बीजेपी इस मुद्दे को इसलिए उठा रही है क्योंकि उसके बाद कोई अन्य मुद्दे नहीं है।
पिछले महीने ही भाजपा के सांसद हरीश मीणा ने पार्टी छोड़ कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। दौसा से सांसद मीणा ने ‘पंजे’ से पंजा मिलाते हुए कहा था कि, वह बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल हुए हैं। हरीश मीणा के बड़े भाई नमोनारायण मीणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं।