मुंबई : रुपए की गिरावट थामने के लिए सरकार ने हाल ही में जो घोषणाओं की हैं उसका असर रुपए पर साल के आखिर में दिखाई दे सकता है। जानकारों की मानें तो रुपया तीन फीसदी तक मजबूत हो सकता है लेकिन वैश्विक कारक रुपए को आगे भी प्रभावित करते रहेंगे।
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस हफ्ते रुपए में कुछ रिकवरी हो सकती है, लेकिन यह टिकाऊ नहीं होगी। तुर्की की लीरा या अर्जेंटीना की पेसो या रूस की रूबल की खराब हालत के चलते इमर्जिंग मार्केट को लेकर निवेश सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है। सरकार ने पिछले हफ्ते जिन उपायों का ऐलान किया है,
जब तक उनका पूरा ब्योरा सामने नहीं आ जाता, तब तक विदेशी यहां निवेश नहीं करेंगे। डॉलर के मुकाबले रुपया रेकॉर्ड निचले स्तर पर है।