रेवाड़ी : हरियाणा के रेवाड़ी में एक १९ वर्षीय युवती के गैंगरेप केस में कार्रवाई में कथित देरी को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) पद से राजेश दुग्गल के तबादले के बाद एक महिला सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) को निलंबित कर दिया है।
रेवाड़ी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि रेवाड़ी के महिला पुलिस थाने की एएसआई हीरामणि को निलंबित करने के आदेश सोमवार को जारी किए गए। शिकायत पर कार्रवाई करने में देरी और लापरवाही के आरोपों में उन्हें निलंबित किया है। रेवाड़ी के एसपी पद से दुग्गल का तबादला कर राहुल शर्मा को नया एसपी बनाया है।
पीड़िता के परिजन का आरोप है कि पुलिस उनकी शिकायत पर कार्रवाई करने में नाकाम रही और रेवाड़ी एवं महेंद्रगढ़ जिलों में अपनी इकाइयों के बीच अधिकार क्षेत्रों के मुद्दों का हवाला देकर कार्रवाई में देरी करती रही। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी के महिला पुलिस थाने ने इस मामले में एक जीरो एफआईआर दर्ज करने के बाद कार्रवाई में देरी की और महेंद्रगढ़ पुलिस को तुरंत जांच सौंपने में नाकाम रही।
गैंगरेप केस महेंद्रगढ़ पुलिस के अधिकार क्षेत्र में ही हुआ। जीरो एफआईआर किसी भी पुलिस थाने में दर्ज की जा सकती है और बाद में इसे संबंधित पुलिस थाने को भेजा जा सकता है। गैंगरेप केस के बाद विपक्षी पार्टियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से नैतिक आधार पर इस्तीफा मांगा है। इन पार्टियों का कहना है कि सरकार हरियाणा की बेटियों की हिफाजत में नाकाम साबित हुई है।
कांग्रेस ने मांग की है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। इस बीच, जिस गांव में युवती से गैंगरेप हुआ, वहां के लोगों ने दावा किया कि घटनास्थल अवैध एवं आपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात है। एक ग्रामीण ने कहा कि हम मांग करते हैं कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
लेकिन हमारा यह भी कहना है कि पुलिस गांव के किसी भी निर्दोष युवक को परेशान नहीं करे, क्योंकि कई युवकों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वहीं दूसरी ओर, हरियाणा पुलिस की कुछ टीमें इस मामले के आरोपी पंकज और मनीष की गिरफ्तारी की कोशिशों में छापेमारी कर रही है। इस मामले में अब तक ३ लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।