राजनाथ के मंच पर राजू भैया को खोजती रही निगाहें!

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कभी राजनाथ सिंह के हैदरगढ़ आगमन पर कार्यक्रम संचालन में गरजती थी राजू भैया की आवाज

फिलहाल मंच से दूर खड़े नजर आए हैदरगढ़ के तत्कालीन विधायक राजनाथ सिंह के समय के पूर्व हैदरगढ़ मीडिया प्रभारी

बाराबंकी। देश के रक्षा मंत्री एवं हैदरगढ़ के पूर्व विधायक रहे राजनाथ सिंह आज हैदरगढ़ में भाजपा प्रत्याशी दिनेश रावत के पक्ष में प्रचार करने आए थे। मंच पर पूर्व विधायक सुंदरलाल दीक्षित, निवर्तमान विधायक बैजनाथ रावत, भाजपा प्रत्याशी दिनेश रावत सहित पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। लेकिन पुराने व वरिष्ठ भाजपाइयों तथा आवाम की निगाहें केवल राजनाथ सिंह के हैदरगढ़ विधायक रहते समय पूर्व हैदरगढ़ मीडिया प्रभारी कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया को खोजती नजर आ रही थी! क्योंकि पूर्व में श्री सिंह के कार्यक्रमों में संचालन करने के दौरान राजू भैया की गर्जना कार्यक्रम में समा बांध देती थी।जो कि भाजपाइयों को उत्साह के शिखर पर ले जाकर खड़ा विद्यमान करती नजर आती थी।

भारतीय जनता पार्टी की केंद्र व प्रदेश की सत्ता के बाद अब पार्टी में पुराने कार्यकर्ता हाशिए पर जा पहुंचे हैं?इतना होने के बाद भी पार्टी में पुराने कार्यकर्ता वैचारिकता के चलते पार्टी में डटे हैं। लेकिन स्वाभिमानी एवं समर्पित भाव से बेखौफ व बेबाक बोलने वाले चापलूसी न करने वाले कार्यकर्ताओं को जानबूझकर दल से किनारे कर दिया गया है। यह अलग बात है कि ऐसे कई कार्यकर्ता अलग-थलग होने के बावजूद भी भाजपा के दायरे में ही खड़े नजर आते हैं। आज हैदरगढ़ दशहरा बाग मैदान में राजनाथ सिंह मंच पर पहुंचे और उन्होंने भाजपा प्रत्याशी दिनेश रावत का प्रचार प्रसार किया।परन्तु बरबस ही लोगों को बार-बार राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्री व हैदरगढ़ विधायक रहते उनके समय के विधानसभा मीडिया प्रभारी कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया की याद आ रही थी! चर्चा के दौरान पुराने वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता व क्षेत्र के लोग कह रहे थे काश आज इस मंच पर अगर संचालन राजू भैया कर रहे होते तो इस कार्यक्रम की ऊर्जा एवं इसका मजा ही कुछ और नजर आता! चर्चा थी कि राजनाथ सिंह के कार्यक्रम का संचालन राजू भैया जब करते थे तो उस दौरान पूरी जनसभा में जय घोष एवं भाजपा के वंदन -अभिनंदन का माहौल उत्साह के शिखर पर जाकर खड़ा हो जाता था!

सनद रहे कि स्वयं राजनाथ सिंह भी राजू भैया को बहुत ही स्नेह करते थे, आज भी करते हैं। उन्होंने अत्यंत आकर्षक संचालन के लिए राजू भैया की पीठ भी कई बार थपथपाई है। लोगों का कहना था कि पार्टी में अब पुराने लोगों को तरजीह नहीं दी जा रही है। तभी तो आज राजू भैया शायद मंच पर नजर नहीं आ रहे हैं? फिलहाल तभी कुछ लोगों ने राय दी कि राजू भैया अब पत्रकारिता के क्षेत्र में हो गए हैं। तभी दूसरे ने कहा कि कुछ भी हो लेकिन कहीं न कहीं कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है। आज जो कार्यक्रम स्थल पर अव्यवस्था नजर आई? जिस प्रकार से यहां पर पत्रकारों के बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। यही नहीं वीआईपी दीर्घा में जिस प्रकार से अफरा तफरी का माहौल था? यदि राजू भैया का संचालन होता तो यह कमियां नजर ना आती?

उधर इन चर्चाओं से इतर राजनाथ सिंह के भाषण के दौरान कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ में दूर खड़े अपने पत्रकारिता धर्म का पालन करते नजर आये। जब उनसे पत्रकारों ने पूछा कि आपको तो मंच पर होना चाहिए? तो उन्होंने कहा कि समय बदल गया है, भूमिकाएं भी बदल गई हैं !कई चाल- चरित्र -चिंतन भी बदल गए हैं! ऐसे में मैं अपने काम में व्यस्त हूं? जब उनसे कहा गया कि क्या राजनाथ जी से आपके संबंध गड़बड़ है? तब राजू भैया ने कहा ना गड़बड़ है, ना गड़बड़ थे, और ना कभी जीवन पर्यंत गड़बड़ होंगे। वह मेरे पसंदीदा एवं देश के परम सम्मानित नेता है। मैं उनके मंच से भले ही दूर हूं! लेकिन उनके हमेशा नजदीक था। नजदीक हूँ और नजदीक रहूंगा। कुछ भी हो। लेकिन एक बात तो तय है कि राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्री व हैदरगढ़ से विधायक रहते विधानसभा हैदरगढ़ में प्रवक्ता अथवा मीडिया प्रभारी के रूप में काम करने वाले राजू भैया का आज राजनाथ सिंह के मंच पर ना होना तमाम लोगों को खलता नजर आया। सभी की निगाहें इस युवा व्यक्तित्व को बार-बार खोजती रही?

लोगों का कहना था कि राजनाथ जी के पूर्व में हुए कार्यक्रमों में भाजपा प्रवक्ता रहते हुए राजू भैया ने जिस प्रकार से पार्टी के लिए समा बांधा था! अथवा कार्यक्रमों में संचालन की जो उन्होंने विधा तैयार दिखाई फिलहाल उसकी योग्यता के नजदीक भाजपा में और कोई संचालक नजर नहीं आता! क्योंकि श्री भैया का संचालन भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का ऐसा जोश पैदा करता था कि उसे देख व सुन कर विरोधियों के हौसले भी पस्त हो जाते थे।

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