पत्रकारो को लूटा जाता है,हत्या की जाती है,मौका तलाश किया जाता है बेइज़्ज़ती करने का,अब तो हद हो गयी Cm योगी जी सुल्तानपुर में पत्रकार की 18 साल की बेटी को ज़िंदा जलाकर मार डाला गया,और हो रही है लीपा पोती,सस्पेंड कीजिये सरकार के लिये कलंक बने दरोगा एसओ,बेहया कप्तान और डीएम को

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तहलका टुडे टीम

लखनऊ।पत्रकारो को  प्रदेश में लूटा जाता है,हत्या की जाती है,मौका तलाश किया जाता है बेइज़्ज़ती करने का,अब तो हद हो गयी Cm योगी जी सुल्तानपुर में पत्रकार की 18 साल की बेटी को ज़िंदा जलाकर मार डाला गया,और हो रही है लीपा पोती,सस्पेंड कीजिये सरकार के लिये कलंक बने दरोगा एसओ,बेे कप्तान और डीएम को,ये पत्रकारो की आवाज़ है,

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पत्रकार की बेटी को जिंदा जलाकर मारने के मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा कि सुल्तानपुर में पत्रकार की बेटी को जिंदा जलाकर मारने की घटना से उत्तर प्रदेश सहमा और स्तब्ध है। पुलिस भी घटना के कई घंटों बाद पहुंची, इससे ये सवाल उठता है कि वर्तमान भाजपा सरकार अपराधियों के खिलाफ है या साथ। बता दें, सुल्तानपुर में सोमवार को दबंगों ने घर के बाहर पानी भर रही एक किशोरी को जिंदा जलाकर मार डाला। परिजनों ने स्थानीय थाने की पुलिस पर आरोपियों का साथ देने का आरोप लगाया है। आरोप है कि पुलिस घटना के तीन घंटे बाद मौके पर पहुंची।
बता दें, लॉकडाउन के शुरुआती समय में थाना क्षेत्र में बलवा के दौरान घायल 80 वर्षीय वृद्ध की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने क्षेत्र के पत्रकार प्रदीप सहित 13 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर 8 लोगों को घायल अवस्था में ही अस्पताल से उठाकर जेल भेज दिया था। दरअसल, इस मामले में दूसरे पक्ष के नामजद 12 व एक अज्ञात को खुलेआम पुलिस का संरक्षण देना इस घटना का कारण बना था। थानाध्यक्ष बल्दीराय अखिलेश सिंह की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध थी। वो इसलिए कि थाना बल्दीराय क्षेत्र के टड़सा ऐंजर निवासी प्रदीप सिंह की खतौनी की जमीन में वृद्ध का शव दफनाने का उन्होंने विरोध किया तो थानाध्यक्ष बल्दीराय अखिलेश सिंह ने स्वयं थाने की फोर्स लेकर उनकी उसी जमीन में शव दफन करवा दिया था।
पत्रकार की बेटी को जिंदा जलाकर मार डाला

यहीं से झगड़े की शुरुआत हुई थी और बाद में दोनों पक्षों में जमकर लाठी डंडे चले थे, जिसमे राहगीरों सहित दर्जनो लोग घायल हुए और 5 बाइक आग के हवाले कर दी गई थी। बीते सोमवार को जब पत्रकार की बेटी श्रद्धा सिंह दरवाजे पर लगे नल से पानी भर रही थी, तब दबंग सुभाष, महंथ और जयकरन निवासी परसौली वहां पहुंचे। इन सभी ने सरेआम उसे बंधक बनाकर दरवाजे पर ही उसे जला दिया और फरार हो गए।

मृतका का मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। इस बीच जेल में बंद मृतका के पिता ने परोल पर पहुंचकर अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया। उन्होंने इस दौरान बल्दीराय थाने के प्रभारी और देहली बाजार चौकी इंचार्ज पर गंभीर आरोप लगाए। फिलहाल पुलिस ने हत्याकांड से जुड़े चार में से तीन आरोपियों को पकड़ने की बात कही है।

मंगलवार की रात हुआ अंतिम संस्कार
मंगलवार रात बल्दीराय थाना क्षेत्र का टरणसा मजरे ऐंजर गांव छावनी में तब्दील था। भारी संख्या में पुलिस बल लगाकर पत्रकार प्रदीप सिंह की बेटी श्रद्धा सिंह का अंतिम संस्कार कराया गया। यहां लोगों की भारी भीड़ जमा थी। इस बीच परोल पर बेटी के अंतिम संस्कार में पहुंचे प्रदीप को देखकर उनकी पत्नी फूट-फूटकर रोने लगीं। उन्होंने पति से पुलिस की कथित बर्बरता का जिक्र करते हुए कहा कि एसओ कुछ भी करा सकते हैं।

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