पाबंदियों में अब नही रहेगा ईरान,ना ही सहेगा ज़ुल्म,ईंट का जवाब एटमबम से देगा जैसे ही परमाणु बम बनाने की तैयारियों में दिखाई तेजी- ज़ालिम इज़राईल अमेरिका का साथ खामोशी से देने वाले ब्रिटेन-फ्रांस और जर्मनी के मुहँ खुले,मचा पूरी दुनिया मे हड़कंप,अब होगा आर या पार,या खुलेंगी बंदिशें या फिर फिर होगा एटम बमो का वार

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तहलका टुडे इंटरनेशनल डेस्क

तेहरान-ईरान अब पाबंदियों और ज़ुल्म के बीच में नही रहेगा,ना ही सहेगा ज़ुल्म,ईंट का जवाब एटम बम से देगा इस नई पालिसी के तहत जैसे ही ईरान ने परमाणु बम बनाने की तैयारियों में तेजी दिखाई है ज़ालिम इज़राईल अमेरिका का साथ खामोशी से देने वाले ब्रिटेन-फ्रांस और जर्मनी के मुहँ खुल गये बयानबाज़ी शुरू कर दी,पूरी दुनिया मे हड़कंप मच गया,ईरान ने भी मोसाद के एजेंट की हत्या के बाद ये तय कर लिया है अब होगा आर या पार, या खुलेंगी बंदिशें या फिर फिर होगा एटम बमो का वार।

ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने ईरान के परमाणु बम कार्यक्रम में आई तेजी को लेकर चिंता जताई है। तीनों देशों ने कहा है कि अगर ईरान कूटनीति के लिए एक स्थान को सुरक्षित रखने को लेकर गंभीर है तो उसे तत्काल अपने कार्यक्रम पर रोक लगानी चाहिए।

बता दें कि अमेरिका के साथ परमाणु समझौते के टूटने और अपने शीर्ष वैज्ञानिक की हत्या के बाद ईरान ने यूरेनियम संवर्धन सेंट्रीफ्यूज बनाने के काम को तेज कर दिया है।

ईरान का परमाणु कार्यक्रम

ईरान ने बनाए सेंट्रीफ्यूज के तीन नए क्लस्टर
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने अपनी एक गोपनीय रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने नैटांज के यूरेनियम संवर्धन केंद्र में उन्नत IR-2m सेंट्रीफ्यूज के तीन और क्लस्टर स्थापित किया है। किसी भी हवाई बमबारी का सामना करने के लिए इस क्लस्टर को स्पष्ट रूप से भूमिगत बनाया गया है। कुछ महीने पहले ही ईरान के परमाणु संयंत्र पर इजरायली विमानों ने हमला किया था। इसी डर से ईरान अब अपने सभी सामरिक ठिकानों को जमीन के अंदर बना रहा है।

बम बनाने के लिए तेजी से यूरेनियम जमा कर रहा ईरान
ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते में कहा गया है कि तेहरान केवल पहली पीढ़ी के IR-1 सेंट्रीफ्यूज का उपयोग कर सकता है। यह सेंट्रीफ्यूजयूरेनियम को बहुत धीरे-धीरे परिष्कृत करता है। वर्तमान में जिस IR-2m सेंट्रीफ्यूज को स्थापित किया गया है वह तेजी से यूरेनियम को परिष्कृत करता है। आईएईए ने चिंता जताते हुए कहा है कि इससे ईरान बड़ी मात्रा में परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम को जमा कर सकता है।

ब्रिटेन-फ्रांस और जर्मनी ने जताई चिंता
ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने चिंता जताते हुए कहा कि ईरान ने नया कानून बनाकर परमाणु साइटों के निरीक्षण को रोकने और समझौते की सीमाओं से परे संवर्धन को बढ़ाने का काम किया है। यह परमाणु समझौते और ईरान के व्यापक अप्रसार प्रतिबद्धताओं के खिलाफ है। इस तरह के कदम से भविष्य में अमेरिकी प्रशासन के साथ कूटनीति में वापसी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

कुछ बम बना चुका है अब नये प्रकार के बम दो साल में बना सकता है

इजरायल ने आशंका जताई है कि ईरान 4 फीसदी की स्तर से यूरेनियम संवर्धन की अपनी नीति को जारी रखे हुए है। रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ को सौंपे गए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान एक परमाणु बम के सभी कंपोनेंट के उत्पादन से सिर्फ छह महीने दूर है और वह अगले दो साल में परमाणु हथियार बना सकता है।

खुद करे तो कोई बात नही लेकिन सिर्फ चिल्लाओ ईरान परमाणु समझौते का उल्लंघन कर रहा
इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने इस महीने की शुरुआत में एक रिपोर्ट में कहा था कि ईरान परमाणु समझौते का उल्लंघन कर रहा है। उसने महीनों तक दो जगहों पर अंतरराष्ट्रीय दलों के निरीक्षण को रोका है। आशंका जताई जा रही है कि इन दोनों ठिकानों पर परमाणु बम के विकास से संबंधित काम किए जा रहे हैं।

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