नोएडा । भूमाफिया मोती गोयल हत्याकांड की जांच में पुलिस के रडार पर नामजद के अलावा उसके दस दुश्मन भी हैं। पुलिस को अब तक की जांच में नामजद आरोपित की भूमिका स्पष्ट नहीं हुई है। इस कारण पुलिस ने अन्य एंगल से भी जांच प्रारंभ कर दी है। इसमें पुलिस को पता चला है कि करीब दस लोगों से मोती गोयल की दुश्मनी चल रही है। अब उन सब के घटना के वक्त की लोकेशन ली जा रही है। साथ ही उनकी गतिविधियों की जानकारी की जा रही है।
मोती गोयल के बेटे उत्कर्ष ने अनिल, विक्रम, विजय और ब्रजपाल नागर के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इनमें से तीन आरोपी नोएडा के बरौला के ही रहने वाले हैं। घटना वाले दिन भी इनकी लोकेशन नोएडा में ही मिली लेकिन अभी तक हत्या करने को लेकर कोई ठोस सुबूत नहीं मिल पाया है। पुलिस इनकी मोबाइल लोकेशन और परिवार के लोगों से पूछताछ के आधार पर पड़ताल कर रही है।
जेल में बंद बदमाशों से भी सुराग की तलाश
जिस तरह से हत्या में शूटर के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है उसे देखते हुए पुलिस जेल में बंद बदमाशों पर भी नजर बनाए हुए हैं। पुलिस को आशंका है कि हाल में जेल से छूटे या फिर किसी बदमाश के गैंग के ही शूटर ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इसलिए पुलिस की टीमें गाजियाबाद के डासना और ग्रेटर नोएडा के लुक्सर जेल में बंद शार्प शूटर वाले बदमाशों के गैंग की जांच कर रही है। इसमें एसटीएफ की भी मदद ली जा रही है।
अब तक की जांच में 25 से ज्यादा लोगों से पूछताछ
नोएडा पुलिस ने इस केस में बदमाशों की तलाश में शक के आधार पर 25 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। पुलिस को कुछ सुराग भी मिला है। जिसे देखते हुए पुलिस घटना से संबंधित कडिय़ों को जोडऩे का काम कर रही है।
पहले से नोएडा में घात लगाए थे बदमाश
घटना वाले दिन मोती गोयल गाजियाबाद से करीब 4:15 बजे निकला था और नोएडा में अपनी साइट पर 4:45 बजे पहुंचा था। इसके कुछ मिनट बाद ही मोबाइल फोन पर कुछ देर के लिए बात की थी। फोन कटने के बाद ही दो बदमाश आए और फिर 30 सेकेंड तक बात करके गोली चला दी थी। ऐसे में पुलिस को अंदेशा है कि गाजियाबाद से नोएडा के लिए निकलते समय ही बदमाशों को सूचना मिल गई थी। इसके बाद बदमाश साइट के पास घात लगाए बैठे थे और मोती गोयल के आने के कुछ समय बाद ही घटना को अंजाम दे दिया।
सोमवार को सात गोली मारकर हुई थी मोती गोयल की हत्या
सोमवार शाम करीब 5 बजे बाइक से आए दो बदमाशों ने नोएडा के हिंडन विहार में खाली प्लॉट पर निर्माण करा रहे मोती गोयल की हत्या कर दी थी। एक बदमाश ने मोती गोयल पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, जिसमें से 7 गोली लगी थी। जिस पिस्टल से और अंदाज में गोली मारी गई थी उसी से साफ हो गया था कि इसे किसी गैंग के शूटर ने अंजाम दिया है।
एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि ‘मोती गोयल हत्याकांड की जांच में नामजद के अलावा अन्य लोगों से भी दुश्मनी की बात सामने आई है। इसके बाद उनके बारे में भी पता लगाया जा रहा है। जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया कि उससे लगता है कि सुपारी देकर हत्या कराई गई है। हमारी कई टीमें इस हत्याकांड पर काम कर रही हैं।