रांची : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी की ओर से 16-17 अक्टूबर को बिहार एवं झारखंड के 13 जिलों में बंद का आह्वान किया गया। सोमवार रात 12 बजे से बंद प्रारंभ होने के साथ ही नक्सलियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया है।
माओवादियों ने देर रात धनबाद रेल मंडल के गया-गोमो रेलखंड के चेंगडो हाल्ट के निकट विस्फोट कर पटरी को उड़ा दिया। रेल पटरी क्षतिग्रस्त होने के कारण इस रेलखंड पर घंटों ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा, लेकिन मरम्मति के बाद सुबह छह बजे से रेल परिचालन सामान्य हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने देर रात चौधरीबांध स्टेशन के निकट स्थित चेंगडो हॉल्ट के समीप विस्फोट कर अप और डाउन लाइन की रेल पटरियों को विस्फोट कर उड़ा दिया। नक्सलियों द्वारा अप और डाउन लाइन की पटरियों को विस्फोट कर उड़ा दिये जाने से गया-गोमो लाइन के अप एवं डाउन लाइन में रेल सेवा बुरी तरह से प्रभावित हुई।
विस्फोट की घटना से गंगा-दामोदर, कालका एक्सप्रसे समेत आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों विभिन्न स्टेशनों पर घंटों फंसी रही। लेकिन धनबाद रेल मंडल के अधिकारियों-कर्मचारियों की तत्परता की वजह से कुछ ही घंटों में क्षतिग्रस्त पटरी की मरम्मति कर परिचालन को शुरू करा दिया गया है।
इस घटना के बाद से रेल पटरी पर नजर बनाये रखने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है। वहीं पैसेंजर, एक्सप्रेस ट्रेनों के आगे मालगाड़ी और पायलट ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि नक्सलियों ने पाकुड़ के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमरजीत बलिहार समेत अन्य पुलिसकर्मियों की हत्याकांड मामले में दो माओवादियों को फांसी की सजा सुनाये जाने के विरोध में बिहार और झारखंड के 13 जिलों में 48घंटे के बंद का आह्वान किया गया है।
बंद का प्रभाव झारखंड के गिरिडीह, दुमका, देवघर, कोडरमा और पाकुड़ में देखने को मिल रहा है, वहीं झारखंड की सीमा से सटे जमुई, लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, नवादा, बांका व भागलपुर जिले में भी नक्सलियों ने बंद का आह्वान किया है।