वक्फ संपत्तियों का समाज की भलाई विशेषकर लड़कियों की शिक्षा के लिए सदुपयोग करने वाले “मुतवल्लियों” को केंद्र सरकार पुरस्कृत करेगी-मुख़्तार अब्बास

Latest Article Viral News देश महाराष्ट्र

मोदी सरकार अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम समाज की लड़कियों की बेहतर शिक्षा को प्राथमिकता बना कर काम कर रही है।

मुंबई-र्केद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि शिक्षा, लड़कियों की “संवैधानिक एवं सामाजिक सुरक्षा की गारंटी” है। शिक्षा को आखिरी प्राथमिकता से पहली प्राथमिकता बनाना एक आंदोलन-मिशन होना चाहिए।वक्फ संपत्तियों का समाज की भलाई विशेषकर लड़कियों की शिक्षा के लिए सदुपयोग करने वाले “मुतवल्लियों” को केंद्र सरकार पुरस्कृत करेगी।

बांद्रा मुंबई में अंजुमन ए इस्लाम गर्ल्स हाई स्कूल में आयोजित “तालीम ओ तरबियत” कार्यक्रम में मुख़्तार अब्बास नकवी ने आगे कहा कि तालीम ही तरक्की का माध्यम है और मोदी सरकार अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम समाज की लड़कियों की बेहतर शिक्षा को प्राथमिकता बना कर काम कर रही है।प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि मुस्लिम लड़कियों की स्कूल ड्राप आउट दर जहाँ पहले लगभग 70 प्रतिशत से भी अधिक थी, वह अब घटकर लगभग 40 प्रतिशत हो गई है। जिसे आने वाले वर्षों में जीरो ड्राप आउट रेट करना चाहते हैं।

श्री नकवी ने कहा कि इस वर्ष अल्पसंख्यक मंत्रालय का जोर अल्पसंख्यकों खासकर लड़कियों की बेहतर शिक्षा और उनके रोजगारपरक कौशल विकास पर रहेगा।

श्री मुख़्तार अब्बास ने आगे कहा कि वक्फ सम्पत्तियों पर चल रहे एवं शुरू किये जा रहे, शैक्षिक गतिविधियों विशेषकर लड़कियों की शिक्षा के लिए काम कर रहे संस्थानों को केंद्र सरकार मदद करेगी। वक्फ संपत्तियों का समाज की भलाई विशेषकर लड़कियों की शिक्षा के लिए सदुपयोग करने वाले “मुतवल्लियों” को केंद्र सरकार पुरस्कृत करेगी।

श्री नकवी ने कहा कि 2018-19 के आम बजट में अल्पसंख्यक मंत्रालय के बजट में रिकॉर्ड 505 करोड़ रूपए की बढ़ोतरी इसका प्रमाण है। पिछले वर्ष मंत्रालय का बजट 4195 करोड़ रु था जो अब 4700 करोड़ रु कर दिया गया है। यह बढ़ोतरी, अल्पसंख्यक तबकों के सामाजिक-आर्थिक-शैक्षणिक सशक्तिकरण, विशेषकर लड़कियों के शिक्षा के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने और उनके प्रभावी क्रियान्वयन में सहायक होगी।

अल्पसंख्यक मंत्री ने आगे कहा कि पिछले लगभग 3 वर्षों में अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग 2 करोड़ 42 लाख छात्रों को मैट्रिक-पूर्व, मैट्रिकोत्तर, मैट्रिक एवं साधन आधारित छात्रवृति एवं अन्य विभिन्न प्रकार की स्कालरशिप दी गई है। इस वर्ष अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा दी जा रही विभिन्न छात्रवृतियों के लिए रिकॉर्ड 1 करोड़ 50 लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं। “बेगम हजरत महल बालिका स्कालरशिप” के लिए 3 लाख से ज्यादा आवेदन आये।

श्री नकवी ने आगे कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय “3E – एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट, एम्पावरमेंट” के संकल्प के साथ काम कर रहा है। श्री नकवी ने कहा कि पिछले लगभग 6 महीनों में मदरसों सहित सभी अल्पसंख्यक समुदाय के हजारों शैक्षिक संस्थानों को “3T -टीचर, टिफ़िन, टॉयलेट” से जोड़ कर उन्हें मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली में शामिल किया गया है।

श्री नक़वी ने कहा कि इसके अलावा अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा चलायी जा रही रोजगारपरक कौशल विकास योजनाओं- “नई रौशनी”, “सीखो और कमाओ”, “नई मंजिल”, “गरीब नवाज कौशल विकास योजना” का लाभ भी बड़ी संख्या में लड़कियों को मिल रहा है। श्री नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय की योजनाएं- “हुनर हाट”, “सीखो और कमाओ”, “नई मंजिल”, “गरीब नवाज कौशल विकास योजना”, “नई रौशनी”- अल्पसंख्यकों के कौशल विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुई हैं। पिछले लगभग तीन वर्षों में इन योजनाओं से 8.5 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार एवं रोजगार के अवसर मुहैय्या कराने में सफलता मिली है।

इस अवसर पर अल्पसंख्यक मंत्री  ने अंजुमन ए इस्लाम गर्ल्स हाई स्कूल में पेयजल एवं शौचालय सुविधाओं का उद्घाटन भी किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *