लंदन । अतिथि का स्वागत करना हो तो चाय और मूड ठीक करना हो तो चाय और अदरक की चाय हो तो सोने पर सुहागा। जी हां अदरक की चाय के कई और भी फायदे हैं। अदरक की चाय ठंड या बारिश के मौसम में बीमारियों से बचाती है। अदरक की चाय बिगड़े मूड को अच्छा बनाती है और अब एक अध्ययन में दावा किया गया है कि इससे मुंह की बदबू से भी छुटकारा मिलता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए अदरक को तीखा स्वाद देने वाले जिंजरोल रसायन को जिम्मेदार बताया है। यह मुंह के अंदर मौजूद एंजाइम को संचालित करते हैं, जो बदबू फैलाने वाले कणों को तोड़कर उसे दूर करते हैं। जर्मनी की टेक्निकल यूनीवर्सिटी ऑफ म्यूनिख में हुए अध्ययन में कहा गया है कि खाने में मौजूद सल्फर के कण कई बार बदबू का कारण बनते हैं।
इसकी वजह से कुछ लोगों को बदबूदार सांसों की बीमारी हेलीटोसिस हो जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अदरक में मौजूद जिंजरोल रसायन के सेवन से शरीर के उन एंजाइम का चक्र सक्रिय हो जाता है, जो चंद सेकेंड में मुंह की बदबू को 16 गुना तेजी से दूर कर देते हैं। अध्ययन के इन नतीजों से टूथपेस्ट और माउथवॉश में इस तत्व को शामिल करने के प्रयासों में तेजी आ सकती है।
अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने देखा कि अदरक में मौजूद रसायन से खाने में शामिल बदबूदार तत्व को दूर करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने देखा कि सल्फहाईड्रिल ऑक्सिडेज 1 एंजाइम का एक डोज कुछ सेकेंड में 16 गुना तेजी से बदबूदार तत्व को दूर करता है। प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर थॉमस हॉफमैन ने बताया कि मुंह से आने वाली बदबू के लिए उसमें मौजूद सल्फर को तोड़ने में एंजाइम का अहम रोल होता है।
यही विशेषज्ञों ने बताया कि खाने-पीने की कुछ चीजें होती हैं, जिनका स्वाद मुंह में लंबे समय तक बना रहता है। अदरक इससे छुटकारा दिलाने में भी मदद करती है। प्रोफेसर हॉफमैन का कहना है कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि इस तरह की समस्या से निपटने के लिए कितनी मात्रा में अदरक का सेवन करना सही होगा।
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि अदरक बीमार बच्चों में उल्टी की समस्या से भी राहत पहुंचाता है। यूनीवर्सिटी ऑफ नेपल्स में हुए अध्ययन में कहा गया है कि अदरक के सेवन से गैस्ट्रोइंटाइटिस के शिकार बच्चों में पेट दर्द की शिकायत नहीं होती है। विशेषज्ञों ने बताया कि जिन बच्चों को अदरक दी गई उन्हें प्लेसिबो का सेवन करने वाले बच्चों के मुकाबले उल्टी शिकायत कम हुई।