अंतरराष्ट्रीय मानवता एकता दिवस पर भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथॉरिटी आफ़ताबे शरीयत मौलाना डॉ कल्बे जवाद नक़वी और वफ़ा अब्बास की आपस मे एयरपोर्ट की गुफ़्तुगू पर यात्रियों ने खींचे फ़ोटो किया सोशल मीडिया पर वायरल

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अंतरराष्ट्रीय मानवता एकता दिवस पर भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथॉरिटी आफ़ताबे शरीयत मौलाना डॉ कल्बे जवाद नक़वी और वफ़ा अब्बास की आपस मे एयरपोर्ट की गुफ़्तुगू पर यात्रियों ने खींचे फ़ोटो किया सोशल मीडिया पर वायरल

तहलका टुडे टीम

लखनऊ:अंतरराष्ट्रीय मानवता एकता दिवस पर भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथॉरिटी आफ़ताबे शरीयत मौलाना डॉ कल्बे जवाद नक़वी साहब आज अडानी के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट लखनऊ में विश्व गुरु भारत के रक्षामंत्री और सांसद लखनऊ राजनाथ सिंह की प्रेरणा से चल रहे मिशन “दृष्टि से उज्जवल भविष्य तक”चलाने वाले अम्बर फाउंडेशन के चेयरमैन वफ़ा अब्बास साथ साथ,एकता भाईचारे और मानवता की सेवा करने के लिए गुफ़्तुगू करने और दुआ लेने की फ़ोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।

दुनिया की चर्चित शख्सियतों में से एक मौलाना कल्बे जवाद साहब और मिस्टर यूपी रहे अम्बर फाउंडेशन के चेयरमैन वफ़ा अब्बास को देख कर यात्रियों में एक ललक और खुशी दिख रही थी ,वफ़ा अब्बास का शाइस्ता अंदाज़ में एक धर्म गुरु से मिलने का तरीका लोगो को भा रहा था,यात्री पहले चुपके से फिर सामने आकर फ़ोटो खींचने लगे ।

तहलका टुडे के रिपोर्टर अमित सिंह भी ये सब नज़ारा देख रहे थे,
उन्होंने वफ़ा अब्बास से बात की तो उन्होंने कहा जनाब की सरपरस्ती में हर धर्म के लोगो के दिलो को जोड़ेंने ,मानवता की सेवा कर भारत की पहचान और मुकाम दुनिया मे बनाने की मुहिम को और तेज़ी से बढाएंगे

आपको बता दे हर साल 20 दिसंबर को विविधता में उपयोगिता का सम्मान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यह दिवस सभी देशों की सरकारों को अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत उनकी जिम्मेदारियों की याद दिलाने और गरीबी उन्मूलन के लिए नई पहलों को प्रोत्साहित करना, एकजुटता के महत्व के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य मनाया जाता है. एकजुटता का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि न्याय के लिए परस्पर देखभाल और चिंता हो. एकजुटता प्रदर्शित करने का सबसे बेहतर तरीका एक-दूसरे का सम्मान करना और दूसरे जरूरतों और परिस्थितियों से संबंधित समझ पैदा करना है.

अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस का इतिहास
एकजुटता की अवधारणा ने संगठन के जन्म के बाद से संयुक्त राष्ट्र के कार्य को परिभाषित किया है. संयुक्त राष्ट्र के निर्माण ने शांति, मानवाधिकार और सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए दुनिया के लोगों और देशों को एक साथ आकर्षित किया है. संगठन की स्थापना इसके सदस्यों के बीच एकता और सद्भाव के मूल आधार पर की गई थी, जिसे सामूहिक सुरक्षा की अवधारणा में व्यक्त किया गया है जो ‘अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए’ एकजुट होने के लिए अपने सदस्यों की एकजुटता पर निर्भर करता है.एकजुटता की भावना में ही संगठन ‘आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक या मानवीय चरित्र की अंतरराष्ट्रीय समस्याओं को हल करने में सहयोग’ पर भी भरोसा करता है. 22 दिसंबर 2005 को महासभा ने एकजुटता को मौलिक और सार्वभौमिक (Fundamental And Universal) मूल्यों में से एक के रूप में पहचाना, जो इक्कीसवीं सदी में लोगों के बीच संबंधों का आधार होना चाहिए. इसके बाद से प्रत्येक वर्ष 20 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस घोषित करने का निर्णय लिया गया.

इस दिवस (international day of humanity) को मनाने का उद्देश्य लोगों को विविधता में एकता का महत्व बताते हुए जागरूकता फैलाना हैं। दुनिया के विभिन्न देश इस दिन अपनी जनता के बीच शांति, भाईचारा, प्यार, सौहार्द और एकता के संदेश का प्रसार करते हैं।

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