तहलका टुडे टीम
लखनऊ -किसान यात्रा की अगवानी कर रहे सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा मुखिया अखिलेश यादव को आज लखनऊ पुलिस ने उस वक़्त हिरासत में ले लिया जब वो जनपद कन्नौज में आयोजित किसान यात्रा में शामिल होने कन्नौज जा रहे थे ।
इसके पहले जब वह अपने लखनऊ स्थित घर से कन्नौज में प्रस्तावित किसान यात्रा में शामिल होने के लिए निकले तो पुलिस ने उनकी फ्लीट रोक ली जिस पर अखिलेश यादव पैदल ही चल पड़े। उन्हें आगे बढ़ने से रोका गया तो वह सड़क पर ही धरने पर बैठ गए जिस पर पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन का हवाला दे कर उन्हें हिरासत में ले लिया ।
समाजवादी पार्टी ने आज से पूरे यूपी में केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लाये गये किसान बिल के विरोध में किसान यात्रा निकालने की घोषणा की थी ।
उसी क्रम में अखिलेश यादव को आज कन्नौज में आयोजित किसान यात्रा में शामिल होना था ।
अखिलेश यादव को हिरासत में लिये जाने के विरोध में सपाइयों ने पूरे प्रदेश में जगह जगह प्रदर्शन शुरू कर दिया है ।
सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा रविवार को किसान यात्रा का आह्वान करने के बाद सोमवार सुबह से ही विक्रमादित्य मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया । इसके बावजूद सपा कार्यकर्ता प्रदर्शन के लिए वहां पहुंचे। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया जिस पर उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा कि भाजपा ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी लेकिन अब कृषि कानून लाकर उन्हें कमजोर कर रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि हम जेल जाने के लिए भी तैयार हैं। इन कृषि कानूनों से किसानों की जमीनें जब्त कर ली जाएंगी और किसान बर्बाद हो जाएगा। इसके पहले सपा कार्याल पहुंचे तीन विधान परिषद सदस्यों उदयवीर सिंह, राजपाल कश्यप और आशु मलिक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। दरअसल, किसान आंदोलन की आग पूरे देश में फैल चुकी है। देश के 12 से ज्यादा सियासी दलों ने किसानों का समर्थन किया है जो कि दिल्ली में केंद्र द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के साथ सरकार की पांच दौर की वार्ता बेनतीजा रही है जिस पर किसानों ने आठ दिसंबर से भारत बंद का एलान किया है।
अखिलेश यादव कन्नौज में किसान मार्च करने जा रहे थे लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने कहा कि अभी कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है लिहाजा भीड़ जुटाने की अनुमति किसी भी स्थिति में नहीं दी जा सकती। सपा मुखिया को पत्र भेजकर इस पर अवगत करा दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि अगर फिर भी भीड़ जुटती है तो कार्रवाई की जाएगी।
वही बाराबंकी में आज सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर विधानसभा क्षेत्र रामनगर के विकासखण्ड सूरतगंज में पूर्व कैबिनेट मंत्री व समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव मा.अरविंद कुमार सिंह “गोप” ने सैकड़ों किसानों के साथ सरकार के किसान विरोधी कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर साइकिल यात्रा में सम्मिलित हुए।
गोप ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा की किसानों की लड़ाई समाजवादी पार्टी सड़क से लेकर संसद तक लड़ेगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का कन्नौज जाने से रोकना लोकतंत्र की हत्या है मैं इसका भी विरोध करता हूं।
गोप ने वर्तमान सरकार पर करारा प्रहार करते हुये कहा ठण्ड में सड़क पर ठिठुर रहे किसानों की पीड़ा समझने के बजाय एयरकण्डीशन कमरों में बैठकर तानाशाही करने वाली सरकार को अब ये समझ जाना चाहिये कि किसान और नवजवान देश में जब जब सड़क पर उतरा है बड़ी से हुकूमत को गद्दी छोड़कर भागना पड़ा है। सरकार को किसानों की जायज़ माँगों को मानकर किसान विरोधी क़ानून वापस न लिये गया तो समाजवादी पार्टी किसानों के समर्थन में गाँव गाँव आन्दोलन करेगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राम गोपाल रावत,विधानसभा प्रभारी एवं जिला उपाध्यक्ष अजय कुमार वर्मा”बबलू”, पूर्व प्रमुख ज्ञानू सिंह,सदस्य जिला पंचायत पप्पू बनर्की,पूर्व प्रमुख हसमत अली गुड्डू ,प्रधान अमित सिंह देशराज विधानसभा अध्यक्ष अतीक चौधरी, पारस चौहान, आदि सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।