नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को खुली बहस की चुनौती दी है। जंयत सिन्हा ने रामगढ़ लिंचिग मामले के दोषियों को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद माला पहनाकर उनका स्वागत किया था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने इसके लिए जयंत सिन्हा की आलोचना की थी। जयंत सिन्हा ने बाद में इसके लिए खेद व्यक्त किया था। लेकिन जयंत सिन्हा इस विषय पर राहुल गांधी से बहस भी करना चाहते हैं।
जयंत सिन्हा ने खेद जताते हुए कहा, ‘वहां जो परिस्थिति थी और जो बातें बाद में कही गईं, या कही जा रही हैं, दोनों में जमीन आसमान का फर्क है। लेकिन फिर भी अगर किसी को मेरी किसी भी कार्यशैली से पीड़ा पहुंची है, तो मैं माफी मांगता हूं। इतना ही नहीं मामला बढ़ने के बाद माफी मांगते हुए उन्होंने कहा है
कि मैंने कई बार कहा कि यह मामला न्यायालय के अधीन है। इस मसले पर लंबी चर्चा करना सही नहीं होगा। सभी को न्याय मिलेगा और दोषियों को सजा मिलेगी और जो निर्दोष हैं उन्हें भी न्याय अवश्य मिलेगा और जहां तक माला पहनाने का सवाल है, तो इससे गलत संदेश गया है, जिसका मुझे दुख है।”
ज्ञात रहे कि बीते साल 27 जून को करीब 100 कथित गोरक्षकों की भीड़ ने पशु व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी की हजारीबाग जिले के रामगढ़ में दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। झारखंड के रामगढ़ जिले में बहुचर्चित मॉब लिचिंग मामले (भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या) के आठ दोषी लोगों का केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने छह जुलाई को स्वागत किया था। जयंत सिन्हा इस समय वाणिज्य और नागरिक उड्डयन मंत्री हैं।