चैन्नई । तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके के अध्यक्ष एम करुणानिधि का मंगलवार शाम चेन्नई के अस्पताल में निधन हो गया। 94 बरस के करुणानिधि करीब आठ दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे। वो पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 13 बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और हर बार जीत हासिल की।
3 जून 1924 को तमिलनाडु के नागापट्टिनम ज़िले में जन्में करुणानिधि के पिता का नाम मुथुवेल और मां का नाम अंजुकम था।
गौरतलब है कि करुणानिधि बीते कुछ दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे और उनका चेन्नई स्थित आवास में ही इलाज किया जा रहा था। शुक्रवार तड़के उन्हें चेन्नई के कावेरी अस्पताल के आईसीयू में रखा गया था। करुणानिधि करीब बीते दो सालों से राजनीति में सक्रिय नहीं थे। उनके बेटे और राजनीतिक वारिस एमके स्टालिन ने साल 2017 में डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम संभाला था।
साल 1969 में डीएमके के संस्थापक सीएन अन्नादुरै के निधन के बाद पहली बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने करुणानिधि ने 27 जुलाई 1969 को डीएमके अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी। बीते शुक्रवार को उन्होंने इस पद पर 49 साल पूरे किए और बतौर अध्यक्ष 50वें साल के कार्यकाल की शुरुआत की। उन्होंने करीब 50 तमिल फ़िल्मों में पटकथा और संवाद लेखक के तौर पर काम किया था।
करुणानिधि ने तीन शादियां कीं। उनकी पहली पत्नी पद्मावती का कम उम्र में निधन हो गया। इस शादी से उनके एक बेटे एमके मुथु हैं। इसके बाद करुणानिधि ने दयालु अम्माल और रजति अम्माल से शादी की। दयालु और करुणानिधि के बच्चे एमके अलागिरि, एमके स्टालिन,
एमके तमिलारासू और बेटी सेल्वी हैं। तीसरी शादी से उनकी इकलौती बेटी कनिमोझी हैं जो राज्यसभा सांसद भी हैं। करुणानिधि ने आखिरी विधानसभा चुनाव थिरुवरूर विधानसभा सीट से जीता था। साल 2016 के चुनाव में उन्होंने पूरे राज्य में सबसे ज़्यादा अंतर से जीत दर्ज़ की थी1