बर्लिन : वाहनों से होने वाले प्रदूषण को समाप्त करने के लिए जर्मनी ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। जर्मनी ने दुनिया की पहली हाइड्रोजन पॉवर ट्रेन का सफल ट्रायल किया है, जो बिल्कुल भी प्रदूषण नहीं करेगी। ये ट्रेन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन की जगह भाप और पानी की बूंदों का उत्सर्जन करेगा।
यह ट्रेन 140 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से सफर करेगी। यह ट्रेन जर्मनी की बिना शोर करने वाली ट्रेनों के नेटवर्क में भी जोड़ी जाएगी, क्योंकि हाइड्रोजल से चलने वाली ट्रेन ना के बराबर शोर करेगी। इसमें एक समय पर 300 यात्री तक सफर कर सकते हैं।
हाइड्रेल के उपनाम से प्रचलित इस ट्रेन को कोराडिया इलिंट ट्रेन कहा जाता है, जिसे एलस्टोम ने बनाया है, जो कि एक हाइड्रोजन टैंक पर 1,000 किलोमीटर तक चल सकती है।
साथ ही ये ट्रेन लीथियम आयन बैटरी पर कार्य करेगी, जो कि हाइड्रोजन मोलेक्यूल के साथ कैमिकल रिएक्शन करके बिजली का उत्पादन करती है। जर्मनी में यह ट्रेन रविवार से कार्य करना शुरू कर दी है। जबकि आने वाले दिनों में 14 और हाइड्रोजन ट्रेन आने की संभावना है।