कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया)
मोदी सरकार टू में रक्षा मंत्री बने राजनाथ सिंह के तेवर इस बार जुदा है। जिस तरह से उन्होंने डिफेंस प्रिंटिंग पॉलिसी को प्रभावी बनाने के लिए कड़े सुधारात्मक कदम उठाए हैं, उसके साफ संकेत हैं कि अब हमारा देश भी स्वदेशी तोपों के भविष्य में बड़ा महत्वपूर्ण देश होगा! जाहिर है कि देश के इस नए रक्षा पथ पर श्री सिंह सफल राजकुमार बनकर उभरते दिखाई दे रहे हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समय देश की रक्षा नीति को बेहतर बनाकर रक्षा क्षेत्र को विश्व में शिखर पर पहुंचाने में जुटे हुए हैं। डिफेंस एक्सपो लखनऊ इस बात का प्रतीक है कि रक्षा संबंधी नीति में सुधार के नतीजे अब दिखाई देने लगे हैं। रक्षा मंत्री के अब तक के कार्यकाल का एहसास से अध्ययन किया गया तो साफ है कि राजनाथ सिंह का अंदाज इस बार की सरकार में हुआ। सनद हो एक समय ऐसा था जब डिफेंस सेक्टर की नीति परिणाम नहीं था। लेकिन आज जिस तरह से विश्व के कई प्रमुख देशों के रक्षा मंत्री, रक्षा विशेषज्ञ लखनऊ में जुटे वह इस बात का सीधा परिचायक है कि कहीं न कहीं अब विश्व के तमाम देश भारत की रक्षा व्यवस्था को पहले से कहीं बेहतर और उसे मजबूत मान रहे हैं। !
डिफेंस एक्सपो में उम्मीदों से ज्यादा एमओयू हुआ ।देश यूपी डिफेंस एक्सपो 2020 को उपलब्धियों के लिए हमेशा लागू करें। इसके जरिए यूपी के डिफेंस इंडस्ट्रियल कारीडोर को हाईलाइट करने का जो उद्देश्य था, वह भी लगभग पूरा होता है। खास बात यह है कि इस बार 100 एमओयू का लक्ष्य था लेकिन लक्ष्य से दोगुना 200 एमओयू किन हुआ। वर्ष 2018 के डिफेंस एक्सपो में 40 एमओयू किए गए थे लेकिन इस बार हम सफलता के शिखर की ओर तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि लखनऊ एक्सपो बेहद सफल रहा है। वर्ष 2024 तक हम रक्षा एक्स के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। हमारी पूरी कोशिश इसी तरह से पर तेजी से चल रही है ।यही नहीं देश वर्ष 2024 तक यह अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है तो 5 अरब डॉलर रक्षा निर्यात को कर सकने में वह कामयाब दिखाई देगी। जहां तक सवाल है हमारे देश के बंदूकें का तो स्वदेशी शारंग मिस 39 किलोमीटर तक मार कर सकने योग्य ऐसी मिसाइल होगी जिस पर हमले की आशंका होगी। यही नहीं इजराइल की स्पक मिस से भी भारतीय सेना की ताकत को काफी मजबूती मिलेगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डिफेंस एक्सपो के बंधन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ लाइट मशीन गन 7.62 एम एम बेल्ट फेट सहित कई रक्षा उत्पादों को भी लॉन्च किया है। यही नहीं जो महत्वपूर्ण समझौते किए गए हैं उसमें टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड लखनऊ या कानपुर में 15 से 20 एकड़ में कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाए रखा गया है। इसके अलावा टाइटन एविशन एंड एयरोलाइट इंडिया लिमिटेड झांसी में 6000 एकड़ में मेंटेनेंस रिपेयर और ओवरहाल इंजन व उत्पाद के लिए यूनिट लगाएगी। इसके अतिरिक्त स्पाइस जेट टेक्निक प्राइवेट लिमिटेड पहले मेंटेनेंस रिपेयर और ओवरहाल स्थापित करेगा। खबर है कि मुख्यमंत्री ने इसके लिए अलीगढ़ में जमीन देने का प्रस्ताव भी दिया है।
डिफेंस एक्सपो लखनऊ राजनाथ सिंह के प्रयास का वह सफलतम दृश्य है जो यह हमें सीधे दिखा रहा है कि डिफेंस ऑफसेट पॉलिसी को कारगर बनाने के साथ-साथ अन्य कई सुधारवादी कदमों को उठाने के चलते अब उसके परिणाम दिखाई दे रहे हैं। जाहिर है कि इससे जहां निर्यात के अवसर बढ़ाने के अवसर प्राप्त होंगे वहीं दूसरी ओर हथियारों के निर्माण के नए क्षेत्रों को खोलने में भी देश को मदद मिलेगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नई रक्षा नीति के पथ पर चलते हुए ऐसे योद्धा दिख रहे हैं जो देश की रक्षा नीति को विश्व में शिखर पर ले जाने का माद्दा रखता है। यह राजनाथ सिंह की सोच व उनकी तैयारी ही थी कि लखनऊ में देश व दुनिया के 70 देशों को रक्षा सेक्टर निवेश की नई संभावनाओं से अवगत कराया गया।
खास बात यह भी है की शुक्रवार तक 71 एमु पर हस्ताक्षर हुए हैं जबकि 13 नए प्रोडक्ट को लांच किया गया है ।इस दौरान 6 नई घोषणाएं की गई और अट्ठारह तकनीक हस्तांतरण भी हुए हैं। इससे एमएसएम ई को ताकत मिलेगी। इसके अलावा पीएसयू व विदेशी संस्थाओं ने सबसे अधिक समझौते भी आपस में किए हैं। अभी समझौतों के और भी बढ़ने की उम्मीद है। इस तरह से लखनऊ में 200 से अधिक समझौते किए गए जो रक्षा नीति के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं ।राजनाथ सिंह ने जहां रक्षण नीत को नई दिशा दी है वहीं यदि सारे करार ढंग से आगे बढ़े तो लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर भी मुहैया होंगे।
राजनाथ सिंह ने देश के रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों में एक सोच को जन्म दिया। श्री सिंह ने इस सोच को विकसित किया कि हम केवल विदेशों से हथियारों को आयात करने के लिए नहीं बने हैं हम स्वयं में ऐसी शक्ति है कि हम सतत प्रयास करके स्वदेशी हथियारों के विश्व में बड़े निर्यातक देश के रूप में भी स्थापित हो सकते हैं ।आज इसी सोच का संकेत प्रत्येक भारतवासी को गौरवान्वित कर रहा है।
राजनाथ सिंह की सोच को ताकत प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लखनऊ पहुंचे ।उन्होंने भी इस पूरे प्रयास को जमकर सराहा। सबसे खास बात जो देखने को मिली वह यह थी कि लखनऊ में डिफेंस में भाग लेने के लिए उसे समझने के लिए आम जनता ने भी खूब दिलचस्पी दिखाई । उसका दीदार करने के लिए युवा ,बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे बड़ी संख्या में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
राजनाथ सिंह का अंजज रक्षा मंत्री के रूप में इस बार संशोधित नजर आ रहा है। उनका सधा व आक्रमक रुख देश की रक्षा नीति को नए पथ की करर ले कर जा रहा है इस नए रक्षा पथ पर चलते हुए राजनाथ सिंह एक ऐसे राजकुमार बनकर उभरते दिखाई दे रहे हैं जो आम भारतवासी में एक सोच को जन्म देते हैं। जी हां इसे हर हिंदुस्तानी सोचता है कि अब हमारा देश भी स्वदेशी तोपों के भविष्य में बड़ा // देश होगा।