नई दिल्ली । आइपीएल भले ही युवा खिलाड़ियों के लिए एक सफल मंच बन गया हो लेकिन इसमें सटोरियों ने भी अपनी जड़ें जमा ली हैं। आइपीएल के 11वें सत्र से एक पाकिस्तानी सटोरिये लालचंद के लगभग 5000 करोड़ रुपये कमाने की उम्मीद है। पाकिस्तानी मूल का लालचंद दुबई में रहकर WWW. Icxch.com वेबसाइट चला रहा है जिसे ऑनलाइन जुआ कंपनी बेटफेयर से सहयोग मिला हुआ है।
जब इस वेबसाइट को खोला जाता है तो उसमें लॉग इन और पासवर्ड मांगा जाता है। यह लॉग इन व पासवर्ड सिर्फ इस वेबसाइट के एजेंट के पास होता है। जब यह वेबसाइट खोली जाती है तो उसमें साइन अप करने का मौका भी दिया जाता है लेकिन कोई इसमें साइन अप कर ही नहीं सकता। यह सिर्फ लोगों और सरकारी एजेंसियों को धोखा देने के लिए रखा गया है। इसमें साइन अप दिखाता तो है लेकिन कोई कर नहीं सकता। वरिष्ठ खेल पत्रकार आशीष शुक्ला ने कहा कि सट्टा भारत में गैरकानूनी है और हमारे यहां इसे आज भी चोरी छिपे खेला जाता है। इस वेबसाइट के एजेंट भारत के हर राज्य में फैले हुए हैं। छोटे से बड़े सटोरिये पूरे देश में इस वेबसाइट की छत्रछाया में सट्टा लगवाते हैं। उन्हें यहां से ही भाव और मैच के बारे में लीक मिलती है।
एजेंट, सटोरिये से धन लेकर हवाला के जरिये वेबसाइट के मालिक को पहुंचाते हैं। हवाला के जरिये यह पैसा दुबई जाता है और वहां से पाकिस्तान पहुंचता है। केंद्र सरकार ने इस मामले के लिए एक एसआइटी गठित की है जिसका काम वेबसाइट के आइपी एड्रेस के जरिये एजेंट को पकड़ना है और उनके बयान के आधार पर लालचंद के प्रत्यर्पण की प्रणाली को अंजाम देना है।
इस मामले पर बीसीसीआइ के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा कि, अभी आधिकारिक तौर पर बीसीसीआइ को इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। अगर कोई शिकायत आती है या सरकारी एजेंसियां हमसे संपर्क करती हैं तो हमारी एंटी करप्शन यूनिट इस मामले को देखेगी।