तहलका टुडे इंटरनेशनल डेस्क
तेहरान -ईरान की आईआरजीसी फ़ोर्स की क़ुद्स ब्रिगेड के कमांडर जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या के मामले में 36 लोगों की गिरफ़्तारी का वॉरेंट जारी हुआ है,ईरान ने अब ट्रम्प को जान का बदला जान से ना लेकर बल्कि इंटरपोल की मदद से अमेरिका से उठवा कर अपनी जेलों में रखकर तड़पा तड़पा कर बदला लेने की रणनीति बनाई है।
ऐसा विदेशी पॉलिसी के विशेषज्ञ का कहना है।
तेहरान के सॉलिसिटर जनरल अली अलक़ासी मेहर ने इस बात की ख़बर दी है।
इरना के मुताबिक़, तेहरान के सॉलिसिटर जनरल अली अलक़ासी मेहर ने सोमवार को न्यायपालिका की उच्च परिषद की बैठक में आईआरजीसी फ़ोर्स की क़ुद्स ब्रिगेड के कमांडर जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या के केस के सिलसिले में उठाए गए क़दम के बारे में कहाः अमरीका के राजनेता और सैन्य अधिकारियों तथा दूसरी सरकारों के अधिकारियों सहित जो लोग जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या का आदेश देने सहित इस मामले में किसी न किसी तरह शामिल थे, उनकी पहचान कर ली गयी है और अदालत ने उनकी गिरफ़्तारी का वॉरेंट जारी और इंटरपोल के ज़रिए उनके ख़िलाफ़ रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने का आदेश दिया है।
तेहरान के सॉलिसिटर जनरल ने बताया कि इन लोगों पर हत्या और आतंकवादी कृत्य का इल्ज़ाम है और इस लिस्ट में अमरीकी राष्ट्रपति का नाम सबसे ऊपर है यहाँ तक कि उनके राष्ट्रपति काल के ख़त्म होने के बाद भी उनके ख़िलाफ़ न्यायिक कार्यवाही की जाएगी।
अमरीकी रक्षा मंत्रालय पेंटगॉन के मुताबिक़, जनरल क़ासिम सुलैमानी की हवाई हमले में हत्या का आदेश अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने जारी किया था।
ग़ौरतलब है कि 3 जनवरी को बग़दाद एयरपोर्ट के बाहर जनरल क़ासिम सुलैमानी और इराक़ी स्वयंसेवी बल हश्दुश्शाबी के उप कमान्डर अबू महदी अलमुहन्दिस अमरीका के आतंकवादी हवाई हमले में शहीद हो गए।