नई दिल्ली : ‘यूज एंड थ्रो’ में विश्वास रखने वाली युवा पीढ़ी की पसंद के चलते सस्ती, सुंदर और जोरदार इन तीन खासियतों के चलते फैशन जूलरी ने सोने-चांदी के पारंपरिक आभूषण कारोबार को जबर्दस्त टक्कर दी है। ‘यूज एंड थ्रो’ में विश्वास रखने वाली युवा पीढ़ी ऐसी ‘इमिटेशन’ जूलरी की दीवानी है और जयपुर इसका प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है।
जूलर्स एसोसिएशन के मुताबिक इनमें सोने, चांदी जैसा जोखिम नहीं है। इसके साथ ही डिजाइन, फिनिशिंग और रंग विविधता के मामले में ये इक्कीस हैं। इन्हीं खूबियों के चलते इमिटेशन जूलरी का प्रचलन लगातार बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि आजकल ज्यादातर फिल्मों व टीवी कार्यक्रमों में कलाकार आमतौर फैशन जूलरी ही पहनते हैं। इस कारण विशेषकर युवा वर्ग यानी उन युवतियों में यह तेजी से लोकप्रिय हुई है जो चीजों को ‘यूज एंड थ्रो’ की सोच के साथ इस्तेमाल करती हैं।
इमिटेशन जूलरी को कृत्रिम या फैशन जूलरी भी कहा जाता है। इस तरह की जूलरी बनाने में कांच, प्लास्टिक, सिंथेटिक स्टोन, लाख, चमड़े, टेराकोटा, एल्युमिनियम व पीतल का इस्तेमाल होता है। इनमें अंगूठी व बालियों (ईयर रिंग) लेकर पूरे सेट शामिल हैं।